National Parks Of India: देश में जब भी जानवरों के संरक्षण की बात होती है तो सबसे पहले राष्ट्रीय उद्यानों का ख्याल आता है। यदि भारत में कुल ऐसे पार्कों की संख्या की बात करें तो वर्तमान में इनकी संख्या 106 है, जो उत्तर से दक्षिण तथा पूर्व से पश्चिम दिशा में स्थित हैं।
इन पार्कों का कुल क्षेत्रफल 44,402.95 वर्ग किलोमीटर है, जो भारत के कुल क्षेत्रफल का 1.35 प्रतिशत है। हाल ही में कूनो नेशनल पार्क चीतों के संरक्षण को लेकर चर्चाओं में रहा है। National Park हालाँकि, क्या आप भारत के सबसे बड़े राष्ट्रीय उद्यान के बारे में जानते हैं? अगर नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम भारत के सबसे बड़े राष्ट्रीय उद्यान के बारे में जानेंगे। यह पार्क कहां है, क्षेत्रफल कितना है और यह घर किस वन्य जीव का है, यह सारी जानकारी जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें।
भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान
भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान जम्मू और कश्मीर के खूबसूरत मैदानों में लेह में स्थित हेमिस राष्ट्रीय उद्यान है। यह पार्क उत्तर भारत में हिमालय की चोटियों में स्थित एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान है, जो उच्च ऊंचाई वाले वन्यजीवों के संरक्षण के लिए समर्पित है।
यह पार्क इन जानवरों के लिए जाना जाता है
आपको बता दें कि हेमिस नेशनल पार्क मुख्य रूप से स्नो लेपर्ड के लिए जाना जाता है। अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो यहां हिम तेंदुओं की संख्या करीब 200 है। ये तेंदुए अपने आप में दूसरे तेंदुओं से अलग हैं, जो सिर्फ ठंडी जगहों पर ही देखे जाते हैं और भारत में इनका घर हिमालय की चोटियां हैं। National Park यही वजह है कि वन्यजीव प्रेमी हिमालय की चोटियों में स्थित हेमिस नेशनल पार्क में उन्हें कैमरे में कैद करने पहुंचते हैं। हालांकि कई घंटे के इंतजार के बाद हिम तेंदुआ मुश्किल से ही दिखाई दे रहा है। इसके अलावा आपको यहां भेड़िये, भालू, लोमड़ी और भेड़ समेत अन्य जानवर देखने को मिल जाएंगे।
क्या है पार्क का इतिहास
इस पार्क के इतिहास की बात करें तो इस पार्क की स्थापना वर्ष 1981 में 600 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में की गई थी। इसके बाद वर्ष 1988 में इसका क्षेत्रफल बढ़ाकर 3,350 वर्ग किलोमीटर कर दिया गया। वर्ष 1990 में इसका क्षेत्रफल 44,00 वर्ग किलोमीटर हो गया और आपको यह जानकर गर्व होगा कि भारत का यह उद्यान न केवल भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान बन गया है। भारत लेकिन दक्षिण एशिया में भी।
ट्रैकिंग के लिए भी पहुंचते हैं लोग
इस पार्क में लोग ट्रेकिंग के लिए पहुंचते हैं, जिसके लिए मध्य जून से मध्य अक्टूबर तक का समय उपयुक्त बताया जाता है। साथ ही यह पार्क पर्वतारोहियों के आकर्षण का केंद्र भी है। National Park पर्वतारोही यहां स्थित दो पर्वत चोटियों पर चढ़ने के लिए आते हैं। इसके अलावा पर्यटक हिम तेंदुए को देखने के लिए भी यहां पहुंचते हैं, जिसके लिए सर्दियों का समय सबसे उपयुक्त बताया जाता है।