मौजूदा समय में, वाहन उद्योग इलेक्ट्रिक गाड़ियों के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। कई कंपनियां अनुसार, आने वाले 5 से 10 साल में पेट्रोल और डीजल गाड़ियों के निर्माण को पूरी तरह बंद कर देंगी। हालांकि, कुछ कंपनियां अपने नए मॉडल्स को हाइब्रिड या पूरी तरह इलेक्ट्रिक पावरट्रेन में ला रही हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों को कार्बन उत्सर्जन रहित माना जाता है, लेकिन वर्तमान में बिजली का उत्पादन मुख्य रूप से कोयले से किया जा रहा है जिसके परिणामस्वरूप इलेक्ट्रिक वाहनों से ऊर्जा उत्पादन में प्रदूषण बढ़ रहा है।
टोयोटा का हाइड्रोजन फ्यूल सेल वाहन: हिलक्स एसयूवी
टोयोटा एक अनोखे रग का हाइड्रोजन फ्यूल सेल वाहन विकसित कर रही है जिसके इंजन से प्रदूषण पूरी तरह से शून्य है। इस इंजन में, फ्यूल के जलने पर प्रदूषण का कोई असर नहीं होता है। टोयोटा ने हाल ही में इस तकनीक को लागू करते हुए हिलक्स (Hilux) पिकअप को लॉन्च किया है। यह कार अभी प्रोटोटाइप स्टेज में है, इसलिए कंपनी ने इसकी केवल 10 यूनिट्स की उत्पादन की है।
मार्केट में सबसे ज्यादा बिकने वाली 7-सीटर कारें, Maruti Suzuki Ertiga है सबसे आगे।
हाइड्रोजन फ्यूल सेल की खासियतें:
प्रदूषण शून्य: इंजन में फ्यूल जलने पर कोई प्रदूषण नहीं होता है।
दीर्घकालिक दौड़: फुल टैंक में 590 किलोमीटर की रेंज प्राप्त होती है।
उच्च एफिसिएंसी: इलेक्ट्रिक मोटर को पावर देने के लिए फ्यूल सेल से उत्पन्न बिजली का स्टोरेज किया जाता है।
टोयोटा का इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति ध्यान कम होने के बावजूद, कंपनी का मानना है कि हाइब्रिड और हाइड्रोजन फ्यूल सेल से चलने वाले वाहन भविष्य में एफिसिएंट हो सकते हैं और इलेक्ट्रिक वाहनों को पीछे छोड़ सकते हैं।