TCS में जॉब के बदले लिए ₹100 करोड़, खुलासे के बाद इस्तीफे की लगी झड़ी,TATA की कंपनी में ‘नौकरी घोटाला’

TATA की टेक कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड (TCS) को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। टीसीएस में नौकरी घोटाले का बड़ा खुलासा हुआ है। अंग्रेजी न्यूज अखबार मिंट के मुताबिक TCS में नौकरी के बदले 100 करोड़ रुपये के का खुलासा हुआ है। टीसीएस ने पिछले तीन सालों में 50 हजार लोगों को नौकरी दी है। लेकिन अब इस नौकरी में धांधली की बात सामने आ रही है। कंपनी ने अपनी पड़ताल में पाया है कि कुछ सीनियर अधिकारियों ने हायरिंग के बदले स्टाफिंग फर्मों से रिश्वत ली है। रिश्वरत के बदले हायरिंग प्रोसेस से समझौता किया गया। हालांकि हम आपको बता दें कि इन खुलासों और आरोपों की पुष्टि एनबीटी नहीं करता है।

TCS में नौकरी घोटाला

अब तक सरकारी नौकरी के बदले घूस की बात आपने सुनी होगी। लेकिन अब प्राइवेट नौकरी के लिए भी लोग रिश्वत दे रहे हैं। इसका खुलासा टाटा की कंपनी टीसीएस के भीतर से हुआ है। संभवत ये अपनी तरह का पहला नौकरी घोटाला है, जहां देश की बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस में नौकरी दिलाने के लिए करोड़ों के कमीशन लिए गए हैं। लाइव मिंट की खबर के मुताबिक इस नौकरी घोटाले में कंपनी के बड़े अधिकारी शामिल हैं। इन अधिकारियों ने नई हायरिंग के बदले कंसल्टेंसी स्टाफिंग फर्मों से मोटा कमीशन लिया। खबर के मुताबिक नौकरी के इस घोटाले में कम से कम 100 करोड़ रुपये का लेनदेन किया गया है।

कैसे हुआ खुलासा

TCS में इस नौकरी घोटाले का खुलासा एक व्हिसलब्लोअर ने किया है। उसने टीसीएस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) और मुख्य परिचालन अधिकारी (COO) को इस घोटाले की जानकारी दी। उनसे आरोप लगाया कि हायरिंग के बदले टीसीएस के रिसोर्स मैनेजमेंट ग्रुप (RMG) के ग्लोबल हेड ईएस चक्रवर्ती कंपनी में स्टाफिंग फर्मों से कमीशन ली है और ये सब सालों से चल रहा है। खबर के मुताबिक ये लेनदेन करीब सौ करोड़ रुपये का है। गौरतलब है कि टीसीएस के RMG के ग्लोबल हेड ईएस चक्रवर्ती साल 1997 से ही कंपनी के साथ हैं।

कंपनी ने लिया एक्शन

व्हिसलब्लोअर से मिली इस जानकारी के बाद कंपनी ने फौरन टीसीएस के मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी अजीज मेनन के साथ तीन अधिकारियों की एक कमेटी बनाकर मामले की जांच के आदेश दे दिए। जांच के बाद टीसीएस के रिसोर्स मैनेजमेंट ग्रुप के चीफ को छुट्टी पर भेज दिया है। वहीं 4 और अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया है। वहीं तीन स्टाफिंग फर्मों को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है। जिन फर्मों को ब्लैक लिस्ट किया गया है, उनके भी नामों का खुलासा अभी नहीं किया गया है। गौरतलब है कि टाटा समूह की आईटी कंपनी टीसीएस भारतीय कॉरपोरेट जगत में सबसे ज्यादा नौकरियां देने वाली कंपनियों में से एक है। साल 2022 में टीसीएस में कर्मचारियों की संख्या 6.15 लाख थी। पिछळे तीन सालों में कंपनी ने 3 लाख कर्मचारियों की हायरिंग की है।

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