साल 2016 में हुई नोटबंदी के बाद लोगों ने कैश को रखना काफी कम कर दिया है। लेकिन ऐसे काफी लोग हैं जो कि बैंक या फिर ATM में जाने के बजाय घर में कैश रखते हैं। डिजिटल ट्रांजेक्शन के बजाय लोग कैश में अपना लेन-देन करते हैं। घर में कैश रखने और कैश में डील करने से पहले आपको घर में कैश रखने की सीमा की जानकारी चाहिए। यदि आप भी अपने घर में कैश रखते हैं तो जान लें कि आप घर में कितना कैश रखते हैं तो आपको कानूनी प्रक्रिया का सामाना करना पड़ सकता है।
आपको बता दें हाल में RBI ने एक नया नियम लागू कर दिया है अब बैंक ने घर में कैश रखने की लिमिट को जारी कर दिया है। वैसे भी डिजिटल के इस समय अब तेजी से बदलती दुनिया में लोगों ने घर में कैश रखना काम कर दिया है। पहले के लोग दादा नानी के जमाने में लोग घर में किसी भी इमरजेंसी के लिए नकद पैसा रखने की ही सलाह देते थे।
बता दें इससे पहले अधिकतर लोग बैंकों में पैसा जमा करने से जरुरी नहीं रखते थे और घरों में काफी सारी जमा रकम किसी जगह छिपाकर जमा करते थे। लेकिन अब समय बदल गया है लोग अब डिजिटल वॉलेट से खर्चा करते हैं।
अब घर में पैसा रखने की लिमिट जारी की गई है इसके बारे में शायद आपको पता नहीं होगा। अब इनकम टैक्स अधिनियम के तहत घर में कैश रखने की लिमिट छूट दी गई है। अगर अब आप घर में कैश लिमिट के बजाय रखते हैं तो जांच एजेंसी पकड़ लेगी। इसके लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को इनकम टैक्स का सोर्स बताना होगा। नकद रखने पर आपके पास पूरा सोर्स होना चाहिए।
इसके लिए आपका ITR 5 लाख रुपये सालना हो और आपके यहां कैश 50 लाख होने से आपके पास पूरे कागजात होने चाहिए। इसके साथ जिन्हें आप आवश्यकता पड़ने पर दिखा सकें और यदि आप प्रत्येक वर्ष टैक्स रिटर्न फाइल करते हैं तो आपकों चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन नकद पैसा ITR के अनुसार ही होना चाहिए।