उज्जैन जिले के बालोदा लक्खा गांव में लहसुन के खेत की रखवाली कर रहे किसान की अपराधियों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी है। किसान का शव घर से एक किमी दूर खेत में पड़ा मिला है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
उज्जैन: जिले के बड़नगर स्थित भाटपचलाना के बालोदा लक्खा गांव में लहसुन खेत की रखवाली कर रहे किसान की धारदार हथियार से हत्या हो गई है। इसमें किसान की मौके पर ही मौत हो गई है। घर से एक किमी दूर खेत में किसान का शव पड़ा हुआ था। बताया जा रहा है कि घटना को किसी संदिग्ध ने अंजाम दिया है। वहीं, मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
वहीं, किसान के सिर पर गहरे वार के निशान मिले हैं जो की किसी धारदार हथियार से किए गए हैं। शुरुआती जांच में पुलिस का मानना है कि किसान की हत्या किसी करीबी जान पहचान वाले ने ही की है। खेत से न तो लहसुन चोरी हुई है और न ही कोई अन्य सामान। घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि उज्जैन जिले में बड़नगर के भाटपचलाना के बालोदा लक्खा गांव के किसान किशन सिंह चावड़ा उम्र 50 वर्ष की आज सुबह उनके खेत पर धारदार हथियार से किसी संदिग्ध ने हत्या कर दी। मृतक किशन सिंह घर से 1 किलोमीटर दूर रोज लहसुन की खेती की रखवाली करने खेत पर सोने जाते थे। रात को वहीं पर सोते थे।
रात वहीं पर ही सोते थे। बुधवार की सुबह वे घर पर नहीं लौटे। इसके बाद परिवारजनों ने उन्हें खेत पर जाकर देखा तब किशन सिंह खाट पर मृत अवस्था में पड़े हुए थे। किसान के सिर पर धारदार हथियार के वार के निशान मिले हैं। मृतक किशन सिंह चावड़ा भारतीय किसान संघ बड़नगर के कार्यकारिणी सदस्य थे।
उज्जैन पुलिस ने बताया कि किसान के सिर पर धारदार हथियार से वार के निशान मिले हैं। शुरुआती जांच में आशंका जताई जा रही है कि किसी जान-पहचान वाले का हाथ उक्त घटनाक्रम में हो सकता है। इस मामले में ग्रामीणों ने बताया कि खेत से लहसुन की चोरी नहीं हुई है। किशन सिंह के दो बेटे हैं। घटना के समय दोनों घर पर थे। दोनों बेटे भी किसान हैं।
7,000 रुपए में आपके पास होगा ये धांसू स्मार्टफोन, 50MP सेल्फी कैमरा और साथ में कहीं शानदार फीचर्स।