सीहोर के कुबेरेश्‍वर धाम में रुद्राक्ष महोत्‍सव के पहले ही दिन उमड़ा जनसैलाब, भारी संख्‍या में पहुंचे श्रद्धालु । कई किलोमीटर लगा जाम ।

Madhya Pradesh News; सीहोर में कुबेरेश्वर धाम में सात दिवसीय रुद्राक्ष वितरण महोत्‍सव का गुरुवार को आज पहला दिन है। जो 16 फरवरी से 22 फरवरी तक है । जिसके लिए पहले ही दिन श्रद्धालु का जनसैलाब पहुंच गया ही । हालांकि 15 फरवरी की कुबेरेश्वर धाम में अपार भीड़ पहुंचने से एक दिन पहले ही रुद्राक्ष वितरण शुरू कर दिया था। क्योंकि आयोजन के दो दिन पहले से हजारों लोग कुबेरेश्वर धाम पहुंच गए थे , जिसके चलते एक दिन पहले से रुद्राक्ष वितरण शुरू किया गया था, लेकिन इसकी सूचना कम लोगों को थी । इएलिए गुरुवार को रुद्राक्ष लेने बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। इस आयोजन में शामिल होने महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से सबसे ज्यादा लोग आ रहे हैं।

मुख्यालय से सात किमी दूरी पर भोपाल इन्दौर राजमार्ग पर स्थित ग्राम हेमा चितावलिया में बने कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में रूद्राक्ष वितरण कार्यक्रम के पहले दिन ही हालात अनियंत्रित हो गए हैं। लाखों की संख्‍या में श्रद्धालुओं के पहुंचने से आयोजन स्‍थल पर भगदड़ जैसे हालात बन गए। प्रशासन द्वारा एक दिन में पांच लाख लोगों को संभालने की व्यवस्था की थी, लेकिन रुद्राक्ष लेने के लिए पहले दिन ही 10 लाख से अधिक लोग कुबेरेश्वर धाम हजारों वाहन लेकर पहुंच गए। ऐसे में गुरुवार की सुबह ही इंदौर-भोपाल हाईवे 20 किमी व इछावर-भाऊखेड़ी से कोठरी जाने वाले मार्ग पर करीब 07 किमी का जाम लग गया।

श्रद्धालु अपनी – अपनी जगह रोककर कर रहे इंतजार ।


रुद्राक्ष महोत्सव में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच गए। इसके चलते आयोजन स्‍थल पर इंतजाम नाकाफी पड़ गए। हालत यह है कि हजारों श्रद्धालुओं ने मैदान में ही साड़ी-चद्दर का तंबू बनाकर अपना सामान जमा लिया। जिसे जहां जगह मिली, वहीं पर बैठ गया। खुले मैदान में धूप बढ़ी तो श्रद्धालुओं ने चादर व साड़ी से छोटे-छोटे तंबू बना लिए। पैदल आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती देख पुलिस ने धाम तक पहुंचने के मुख्य द्वार को भी खोल दिया है।

लगभग 10 लाख श्रद्धालुओं को बांटे जा रहे रुद्राक्ष ।



दरअसल हर साल की तरह इस बार भी महाशिवरात्रि की से पहले सीहोर जिले के प्रसिद्ध कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव आज से शुरू हुआ है जो 22 फरवरी तक चलेगा इस दौरान करीब 10 लाख श्रद्धालुओं को वो रुद्राक्ष बांटे जा रहे हैं जिसके बारे में दावा किया जाता है कि जैसे पानी में डालकर पीने से ना सिर्फ बीमारी तमाम बाधा बल्कि परेशानियों का भी हल मिल जाता है।

शिवराज सिंह भी पहुंचे दरबार में , रुद्राक्ष लेने के लिए लगी 2 KM लंबी कतारे ।

सीहोर के कुबेश्वर धाम पर आज से 7 दिवसीय शिव महापुराण कथा (Shiva Mahapuran Katha) व रुद्राक्ष महोत्सव के आयोजन की शुरुआत हुई है, कार्यक्रम के पहले ही प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) भी पंडित प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra) का आशीर्वाद लेने पहुंच रहे हैं इधर कुबेश्वर धाम पर बढ़ती श्रद्धालुओं की भीड़ ने हालात बेकाबू कर दिए हैं. रुद्राक्ष के लिए 2-2 किलोमीटर लंबी कतार लगी है इस कतार में 2 लाख से ज्यादा लोग लगे हुए. इस भीड़ को रोकने के लिए बांस और बल्लियों से बने बैरिकेड लगे थे , जो सैलाब बनी इस भीड़ को रोक नहीं पाए ।

अत्यधिक भीड़ के कारण कई मोबाइल में नेटवर्क नहीं ।


हजारों लोग सड़क पर जाम में फंसे हैं। ऐसे समय में मदद के लिए मोबाइल ही सबसे बड़ा साधन है, लेकिन भीड़ के कारण मोबाइल टावरों पर ज्यादा लोड होने के कारण नेटवर्क फेल हो गया है और लोग एक दूसरे से सम्पर्क भी नहीं कर पा रहे हैं। भीड़ के कारण मोबाइल टावरों पर लोड बढ़ने से सिग्नल नहीं मिल रहे। ऐसे में लोग बिछड़ रहे हैं। कई लोग अपनों को बदहवास होकर ढूंढ रहे हैं।

प्रशासन की उम्मीद से ज्यादा पहुंचे श्रद्धालु । प्रशासन की ओर से पूरी व्यवस्था।


आज पहले दिन कुबेरेश्वर धाम में 5 लाख श्रद्धालु पहुंच चुके हैं और इन्हें रुद्राक्ष बांटा जा चुका है। प्रशासन को अंदाजा था कि पहले दिन करीब 2 लाख श्रद्धालु पहुंचेंगे। लेकिन उम्मीद से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचने से प्रशासन की सारी व्यवस्थाएं फेल हो गई।

हालांकि तैयारी के लिहाज से करीब डेढ़ सौ एकड़ जमीन पर पार्किंग स्थल बनाया गया है और साथ ही 30 एकड़ में रुद्राक्ष वितरण किया जा रहा है जिसके लिए 40 काउंटर भी बनाए गए हैं।

भगदड़ से एक महिला की मौत।


इधर रुद्राक्ष महोत्सव में शामिल होने आई तीन महिलाएं लापता है, जिनकी तलाश में परिजन सहित पुलिस जुटी हुई है। कुबेरेश्वर धाम में भगदड़ और धक्कामुक्की के बीच महाराष्ट्र से आई 52 वर्षीय मंगलबाई की मौत हो गई। उसके शव को पीएम के लिए सीहोर जिला अस्पताल भेजा गया है। भोपाल से आने वाले वाहनों को खजूरी के पास ही रोका। सीहोर से इंदौर, श्यामपुर, काला पीपल, शुजालपुर, शाजापुर, सारंगपुर सहित कई मार्गों की बसें कैंसिल हो गई। कुबेरेश्वर धाम की सभी व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। आलम यह है कि लोगों को न खाना मिल रहा, न पानी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *