मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए दिन रात काम कर रहे हैं । इसी कड़ी में सीएम शिवराज ने आज भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित लाड़ली लक्ष्मी योजना अंतर्गत प्रदेश की 3 लाख 33 हजार 842 लाड़ली बेटियों के खाते में सिंगल क्लिक के माध्यम से ₹107 करोड़ 67 लाख की छात्रवृत्ति राशि का ट्रांसफर किया। इस मौके पर सीएम शिवराज ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी बेटियां मेरा परिवार हैं । इनके सुख को ही मैंने अपना सुख माना है और इनके दु:ख को ही अपना दु:ख माना है। अपनी लाड़ली भांजियों की जिंदगी बदलने के लिए सन् 2007 में मैंने लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई और तय किया कि मध्यप्रदेश की धरती पर अब बेटियां लखपति ही पैदा होंगी । मेरी लाडली बेटियों पढ़ो , लिखो और आगे बढ़ो ।

बेटियों के उच्च शिक्षा में भी मदद करेगी सरकार
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0 से महाविद्यालय में प्रवेश लेने पर फीस की व्यवस्था राज्य सरकार कर रही है। मेडिकल, इंजीनियरिंग, लॉ के पाठ्यक्रमों के साथ उच्च शिक्षा से जुड़े अन्य पाठ्यक्रमों के लिए भी राज्य सरकार फीस की व्यवस्था करेगी , बेटियों की शिक्षा से परिवार सशक्त होगा। परिवारों के सशक्त होने से समाज और राष्ट्र सशक्त होता है । मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महिला सशक्तिकरण का नया युग प्रारंभ हुआ है ,प्रारंभ में बालिकाओं को छात्रवृत्ति और साईकिल देने की ही व्यवस्था थी ,शिक्षा में आर्थिक सहयोग से बालिकाओं को प्रत्यक्ष सहायता मिली है । अब बालिकाएँ नेतृत्व करने के लिए तैयार हो रही हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने संबोधित करते हुए कहा
जब मेने 29 नवंबर सन् 2005 को जब मैं मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहा था तो मैंने मन में संकल्प लिया कि मध्यप्रदेश की धरती पर बेटियों को बोझ नहीं बनने दूँगा । बहनों के कल्याण के लिए हमने लाडली लक्ष्मी बहना बनाई है। इसमें प्रतिमाह एक हजार यानी साल में 12 हजार और 5 साल में 60 हजार रुपए बहनों को प्रदान किया जाएगा । बहनों के सशक्तिकरण से ही परिवार सशक्त होगा। मैं बेटियों की पूजा करके ही किसी भी कार्यक्रम की शुरूआत करता हुं । मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लाखों परिवार की महिलाओं को प्रसव के पहले और बाद दो किश्तों में 16 हजार रूपए की राशि प्रदान करने, स्थानीय निकायों में 50 प्रतिशत पदों पर आरक्षण और पुलिस भर्ती में बेटियों के लिए 30 प्रतिशत पदों पर आरक्षण से परिवर्तन देखने को मिल रहा है. परिवारों में स्वागतम लक्ष्मी और बेटी के जन्म पर उत्सव का वातावरण और प्रसन्नता देखने को मिल रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना प्रारंभ होने के बाद 16 वर्ष में ऐसी अनेक बच्चियाँ जिन्हें गोद में खिलाया था, अब कॉलेज जाने लगी हैं. बच्चियाँ खूब आगे बढ़ें और यह सिद्ध करें कि वे किसी से कम नहीं है ।
मुख्यमंत्री ने बेटियो के लिए कई बड़ी बाते कही ।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बेटियों के लिए बड़ी बात कहीष उन्होंने कहा कि बेटी बोझ नहीं, वरदान हैं। ईश्वर की अद्भुत देन हैं। बेटी है तो कल है। बेटियां आगे बढ़ेंगी तो देश आगे बढ़ेगा। बेटियों के बिना दुनिया नहीं चल सकती। मेरी लाडली बेटियों आप अपने गांव और वार्ड में स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करो। सभी अपने जन्मदिन पर पौधरोपण करें, इसके लिए भी लोगों से आग्रह करो। हम सबके प्रयास से हमारा समाज और प्रदेश व देश आगे बढ़ेगा। मध्यप्रदेश में महिला सशक्तीकरण का नया दौर प्रारंभ हुआ है। लाड़ली लक्ष्मी योजना, लाड़ली बहना योजना, प्रसूति योजना, गांव की बेटी योजना सहित अनेकों योजनाएं हमने शुरू की हैं। पुलिस भर्ती में 33% का आरक्षण दिया, ताकि बेटियां अपराधियों की अक्ल ठिकाने लगा सकें। मध्यप्रदेश में महिला सशक्तीकरण का नया दौर प्रारंभ हुआ है। लाड़ली लक्ष्मी योजना, लाड़ली बहना योजना, प्रसूति योजना, गाँव की बेटी योजना सहित अनेकों योजनाएं हमने शुरू की हैं। पुलिस भर्ती में 33% का आरक्षण दिया ताकि बेटियां अपराधियों की अक्ल ठिकाने लगा सकें।
सीहोर की बेटी ने गीत प्रस्तुत का आग्रह किया और मुख्य्मंत्री ने उसी समय मंच पर बुला लिया ।
कार्यक्रम के समापन के दौरान सीहोर जिले के इछावर की कु. हर्षिता व्यास ने गीत गायन का आग्रह किया । मुख्यमंत्री चौहान ने उसी समय हर्षिता को गीत प्रस्तुत करने के लिए मंच दिया । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ लाड़ली लक्ष्मी बेटियों ने समूह छायाचित्र खिंचवाया और सेल्फी भी ली । कार्यकम के प्रारंभ में मध्यप्रदेश गान और लाड़ली गीत की प्रस्तुति हुई । मुख्यमंत्री चौहान का संचालक महिला-बाल विकास डॉ. आर.आर. भोंसले ने तुलसी का पौधा भेंट कर स्वागत किया । प्रमुख सचिव महिला-बाल विकास दीपाली रस्तोगी, विभागीय अधिकारी और बड़ी संख्या में लाड़ली लक्ष्मी बेटियाँ और उनके परिजन उपस्थित थे ।