सड़कों पर गाना गाने वाला आज बन गया बिग बॉस का सबसे पसंदीदा कंटेस्टेंट ।

गरीबी के चलते गाया करते थे सड़कों पर गाना

बिग बॉस 16 की शुरुआत 1 अक्टूबर से हो गई है। अब्दु रोजिक का नाम इस शो के पहले कन्फर्म कंटेस्टेंट बतौर रिवील किया गया था। 19 साल के अब्दु एक बीमारी से पीड़ित है जिस कारण उनकी हाइट बहुत कम है। कम हाइट की वजह से उनका ये सफर कई उतार-चढ़ाव भरा रहा। कभी स्कूल से निकाल दिया गया तो कभी मजाक बनाया है कम हाइट का। जब स्कूल के बच्चों का मन मजाक बना कर नहीं भरा तो रास्ते में रोक कर पीटने भी लगे। इन सब के बावजूद अब्दु ने उम्मीद नहीं खोई और भगवान पर भरोसा कायम रखा। नजीतजन, आज इंस्टाग्राम पर उनके 3.5 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स हैं और बिग बॉस घर में वो अपने चुलबुले अंदाज से लोगों का दिल जीत रहे हैं।

पैसो की तंगी के कारण नहीं हुआ इलाज

अब्जू रोजिक का जन्म 3 सितंबर 2003 को तजाकिस्तान में हुआ था। आज अब्दु 19 साल के हैं पर उनकी हाइट बेहद ही कम है। वजह है रिकेट्स बीमारी। दरअसल, ये ऐसी बीमारी है कि जिसकी वजह से इंसान की लंबाई नहीं बढ़ पाती है। इस बात की जानकारी अब्दु को बचपन में ही हो गई थी कि उनकी हाइट कभी भी नहीं बढ़ेगी। लेकिन उनके पेरेंट्स ने हार नहीं मानी और कई डाॅक्टर्स को अब्दु को दिखाया। सभी ने मना कर दिया पर एक डॉक्टर थे जो उम्मीद का किरण बन कर आए। डाक्टर ने कहा कि अब्दु की इस बीमारी का इलाज हो सकता है पर खर्च बहुत होगा। पैसों की तंगी के कारण अब्दु के पेरेंट्स उनका इलाज नहीं करा पाए।

बीमारियों के भरा बचपन

इस बीमारी से तो कभी भी अब्दु उबर नहीं सकते थे पर उनके जिंदगी में एक ऐसा भी फेज था जब खराब हालत के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। एक इंटरव्यू में अब्दु ने बताया था कि खराब सेहत के कारण पापा उनके लिए विटामिन लाते थे जिससे वो ठीक हो गए पर एक ऐसा भी वक्त आया था, जब चेचक की वजह से गंभीर रूप से बहुत ज्यादा बीमार पड़ गए।

बरकरार रही भगवान पर आस्था

इतनी बीमारियों के बाद भी अब्दु की आस्था भगवान पर कम नहीं हुई थी। एक इंटरव्यू में अब्दु ने बताया था कि उन्होंने कभी भी उम्मीद नहीं हारी थी क्योंकि उनको भगवान पर पूरा भरोसा था। इन चीजों से वो कभी भी उदास भी नहीं हुए। वो हमेशा ही हर चीजों के लिए भगवान के शुक्रगुजार है। उनका मानना है कि अभी भी स्वस्थ हूं और वो अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकते हैं।

कम हाइट के कारण पढ़ाई भी छूट गई

कम हाइट के कारण हर मोड़ पर अब्दु को परेशानियों का सामना करना पड़ा। स्कूल में भी उनकी बीमारी ने उनका पीछा नहीं छोड़ा। एक इंटरव्यू में स्कूल से जुड़ा एक किस्सा अब्दु ने साझा किया था। कम हाइट के कारण वो बैग और उसमें रखी किताबें नहीं संभाल पाते थे। कई दिनों तक देखने के बाद एक दिन स्कूल टीचर ने कहा कि तुमसे किताबें नहीं संभाली जाती है, इसलिए तुम्हें स्कूल नहीं आना चाहिए। इस वजह से अब्दु ने बस 3 साल ही स्कूल की पढ़ाई की थी। स्कूल से निकालने के बाद टीचर ने अब्दु को किताबें भी नहीं दी। बाद में अब्दु ने खुद किताबें खरीदी और घर पर पढ़ाई की।

मजाक बनाते और मारते थे स्कूल के बच्चे

स्कूल का शुरुआती साल कुछ ठीक से बीता था लेकिन जैसे-जैसे अब्दु बड़े होते गए, चीजें बदलती गईं। स्कूल में साथ पढ़ने वाले कुछ बच्चों का व्यवहार अब्दु के साथ बहुत अच्छा था, लेकिन कुछ सीनियर लड़के उन्हें बहुत परेशान करते थे। कभी जाते-जाते रोक लेते थे और पीटते थे। इसके सबके बावजूद अब्दु ना तो उनकी शिकायत करते थे और ना ही उन लोगों से कुछ कहते थे। उनका मानना था कि भगवान उनके साथ एक दिन न्याय जरूर करेंगे। पर घर जाकर वो रोया करते थे कि वो किसी भी चीज से उन लोगों को हरा नहीं पाते थे।

गलतफहमी के कारण स्कूल टीचर से पड़ी बहुत मार

स्कूल में एक खेल के दौरान अब्दु ने गलती से एक लड़की के ऊपर कागज का टुकड़ा फेंक दिया था। अब्दु ने माफी भी इस चीज के लिए मांगी थी पर लड़की ने जाकर स्कूल टीचर से शिकायत कर दी। शिकायत करने के बाद टीचर ने बहुत बुरी तरह से अब्दु को मारा, जिस कारण उन्हें बहुत चोटें आईं और उनका चेहरा-कान सब सूज गया। अब्दु इसे अपने स्कूल की सबसे खराब याद मनाते हैं।

परिवार का पेट पालने के लिए शुरू किया सिंगिंग और बन गए स्टार

करीब 7 या 8 साल के उम्र से ही अब्दु ने गाना गाना शुरू कर दिया था और इसी को करियर बनाने को भी सोचा। रोजिक के बहुत सारे गाने उनके गुजरे हुए बुरे दिनों पर ही बने होते थे। परिवार की आर्थिक हालत भी ठीक नहीं थी इस वजह से बिना ट्रेनिंग लिए वो बाजार की सड़को पर गाना गाने लगे। इसी दौरान एक दिन उन पर एक रैपर बहरूज की नजर पड़ी। अब्दु की आवाज से वो बहुत प्रभावित हुए। वो चाहते थे कि अब्दु इसके लिए उनके साथ दुबई चले और सिंगिंग में ही अपना बेहतर करियर बनाए। रैपर बहरूज ने इसके लिए अब्दु के पापा से बात की और उन्हें अब्दु को दुबई ले जाने के लिए मनाया। पापा मान भी गए और बहरूज ने उनका पूरा खर्चा उठाकर उन्हें दुबई ले गए। दुबई आने के बाद अब्दु ने बुहुत सारे ताजिकिस्तानी गाने जैसे ‘ओही दिल जोर’ (2019), ‘चाकी चक्की बोरान’ (2020), और ‘मोदर’ (2021) को अपनी आवाज दी और छा गए।

इंडिया से भी है खास रिश्ता

इंडिया में अब्दु को पहचान तब मिली जब उन्होंने सिंगर अरीजीत सिंह का सॉन्ग एन्ना सोना गाना गाया। उनके इस गाने को बहुत पसंद किया गया था। इस बाद वो अबू धाबी के एक इवेंट में सलमान खान मिले। वहां पर उन्होंने एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा सॉन्ग गाया, जिसके बाद सलमान ने बिग बॉस में शामिल करने का फैसला किया था। कुछ समय पहले अब्दु एआर रहमान की बेटी की शादी में भी आए थे। वहां पर भी उन्होने कई हिंदी गाने गए। इसके अलावा अब्दु एआर रहमान के शो में भी उनके साथ मुस्तफा मुस्तफा गाना गाया था।

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