मध्यप्रदेश न्यूज़:- दमोह में बारिश ने 50 फीट के रावण को धराशाई कर दिया। 42 साल से चली आ रही परंपरा को निभाने के लिए आयोजन समिति ने प्रतीकात्मक तौर पर इस समारोह को संपन्न कराने का प्रयास किया। लेकिन रात में भी बारिश शुरू हो गई और भगवान श्री राम की झांकी के प्रतीकात्मक स्वरूपों ने बारिश के दौरान ही अपनी परंपरा का निर्वाह करते हुए धराशाई हो चुके रावण की प्रतिमा का दहन किया।
मध्यप्रदेश न्यूज़:- हर साल श्री राम जी सेवा समिति के माध्यम से स्थानीय तहसील मैदान में रावण दहन का कार्यक्रम किया जाता है। बीते 2 साल कोविड काल के कारण 2020 में 3 फुट का रावण जलाया गया था। 2021 में 8 फीट का रावण दहन किया गया था। इस बार सब कुछ ठीक होने के कारण पूरे उत्साह के साथ 50 फीट का रावण तैयार कराया गया था। लेकिन मंगलवार दोपहर हुई बारिश ने रावण को भिगो दिया। जिस रावण का पुतला जमींदोज हो गया। समिति के लोगों ने बारिश थमने के बाद रावण को वापस खड़ा करने के कई प्रयास किए। लेकिन रात में करीब 9.30 बजे फिर से बारिश शुरू हो गई। इधर रावण दहन के लिए भगवान श्री राम की जीवंत झांकी के साथ रामदल गल्ला मंडी से रवाना हुआ था। राम दल तहसील ग्राउंड पहुंचने वाला था तभी बारिश शुरू हो गई और आयोजन को देखने के लिए मौजूद लोग भी वहां से चले गए। इसके बाद आयोजन समिति से जुड़े कुछ लोगों ने बारिश में भीगते हुए इस परंपरा का निर्वाह किया। धराशाई हो चुके आधे अधूरे रावण को ही दहन करके अपनी परंपरा निभाई।