मौसम आज के मौसम समाचार: प्रदेश सहित मंदसौर जिले में 1 सितंबर से 7 सितंबर तक भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने अलर्ट करते हुए बताया है कि प्रदेश के कुछ जिलों में बांग्लादेश की तरफ से एक सिस्टम सक्रिय हुआ है, जिसके कारण एक सप्ताह तक प्रदेश सहित मंदसौर जिले में तेज बारिश हो सकती है।
मौसम का हाल: मौसम वैज्ञानिक डॉ डीपी दुबे ने जानकारी देते हुए बताया कि मौसम विभाग की रिपोर्ट में मंदसौर जिले में बारिश को लेकर हाई अलर्ट किया गया है। सिस्टम सक्रिय होने के कारण प्रदेश में एक सप्ताह तक बादल छाए रह सकते हैं और भारी बारिश भी हो सकती है। मौसम विभाग ने मंदसौर जिले के सभी किसानों का अलर्ट करते हुए कहा है कि आने वाले 1 सप्ताह तक जिले में तेज बारिश की संभावना है। इसका 1 सितंबर को मंदसौर जिले में देखने को मिला है जहां शहर सहित आसपास के गांव में जमकर बारिश हुई है। कुछ ही समय में शहर सहित आसपास के इलाकों में आधा इंच बारिश दर्ज की गई।
किसानों के लिए काफी चिंता का विषय
मौसम आज के मौसम समाचार: मंदसौर जिले के किसानों का कहना है कि बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया है जिसके कारण सोयाबीन और अन्य सभी फसलें सड़ने लगी है। इतना नुकसान होने के बाद भी प्रशासन द्वारा किसानों की सुध नहीं ली जा रही है। कृषि विभाग और राजस्व विभाग की टीम चार दिनों बाद भी किसानों की फसलों का सर्वे करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। नदी के आसपास वाले इलाकों में सभी किसानों को इसी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। तहसीलदार और पटवारी से शिकायत करने के बाद भी उनके द्वारा सुध नहीं ली गई है।
कलेक्टर गौतम सिंह ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को दिए तुरंत सर्वे करने के निर्देश
मौसम समाचार: मामले में तहसीलदार का कहना है कि खेतों में पानी सूखने के बाद ही वास्तविक सर्वे किया जा सकता है जबकि कलेक्टर गौतम सिंह द्वारा राजस्व विभाग के अधिकारियों को तुरंत सर्वे करने के निर्देश दे दिए थे। वहीं किसानों का कहना है कि खेतों में इतना पानी भरा है कि एक सप्ताह तक काम करना भी मुश्किल है। प्रभावित किसानों के अनुसार खेतों में भरा पानी सूर्य की वजह से गर्म होगा और इसके बाद फसल को नुकसान पहुंच जाएगा जिसके कारण फसल सूख जाएंगी। कलेक्टर गौतम सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि किसानों को बीमा क्लेम कराने के लिए नंबर सर्कुलेट किए गए हैं। वही कलेक्टर गौतम सिंह ने किसानों से यह भी कहा कि जल्द ही राजस्व अधिकारियों द्वारा आपके खेतों का सर्वे कर लिया जाएगा।