मध्यप्रदेश न्यूज़: मुरैना में अवैध डीजल का व्यापार चरम पर है। सड़क के दोनों तरफ काठ के खोखे रखे हैं। इन पर डीजल के ड्रम रखे हैं। इनकी संख्या सिविल लाइन थाने से सरायछोला थाने के आगे तक लगभग 125 है। इनके द्वारा बड़े कैंटरों से डीजल सस्ते दामों में खरीदा जाता है। उसमें सफेद मिट्टी का तेल डालकर मिलावट की जाती है और फिर उसे पेट्रोप पंप की रेट से 10 रुपए प्रति लीटर कम की दर से बेचा जाता है।
मध्यप्रदेश न्यूज़: आमतौर पर इनके द्वारा बेचे जाने वाला डीजल आस-पास के गांवों के ट्रेक्टर मालिक खरीद कर ले जाते हैं और वे उससे कृषि कार्य करते हैं। अवैध डीजल का यह व्यापार पूरी तरह से मुरैना के हाईवे व अन्य मार्गों पर फैला हुआ है। अंबाह रोड हो या फिर जौरा से सबलगढ़ रोड सभी जगह यह व्यापार चरम पर है। जिला प्रशासन जिसके अधीन पेट्रोलियम विभाग आता है तथा जिसे इन पर कार्रवाई करने का अधिकार है, वे इसकी तरफ बिल्कुल ध्यान नहीं देते हैं। दूसरी तरफ इसका फायदा पुलिस के कुछ अधिकारी उठा रहे हैं। खासकर सिविल लाइन व सरायछोला थाना पुलिस, जिसके द्वारा इन अवैध रुप से डीजल बेचने वाली दुकानों से अवैध वसूली का खुलासा मिडिया द्वारा पूर्व में ही स्टिंग ऑपरेशन में किया जा चुका है।
जिला व पुलिस प्रशासन की घोर लापरवाही
मध्यप्रदेश न्यूज़: सबसे खास बात यह है कि सड़कों के दोनों तरफ खुलेआम डीजल की अवैध खरीद-फरोख्त हो रही है और जिला व पुलिस प्रशासन के सामने हो रही है। इसके बावजूद इन पर अभी तक कोई रोक नहीं लगाई गई है बल्कि दिनों-दिन यह व्यापार धड़ल्ले से बढ़ ही रहा है। सबसे खास बात यह है कि इस मामले में पुलिस के सिविल लाइन व सरायछोला थानों की पुलिस द्वारा इनसे अवैध वसूली की बात सामने आई है जो कि इस बात की तरफ साफ इशारा कर रही है कि यह अवैध कारोबार पुलिस के संरक्षण में चल रहा है, जो कि विभाग के लिए एक अत्यन्त चिंतनीय विषय है।
कैंटरों से खुलेआम निकाला जा रहा डीजल
मध्यप्रदेश न्यूज़: अगर मुरैना से धौलपुर मार्ग पर जाया जाए तो आसानी से एक-दो दुकानों पर बड़े ट्रकों व कैंटरों से डीजल को निकालते देखा जा सकता है। यह सब खुलेआम होता है और किसी को कोई झिझक नहीं होती है।
