मध्यप्रदेश न्यूज़: बरकतउल्ला विश्वविद्यालय सहित प्रदेशभर के परंपरागत विश्वविद्यालय अंडर ग्रेजुएशन कोर्स के रिजल्ट घोषित नहीं कर पाए हैं। यह पहला मौका नहीं है जब परीक्षा, रिजल्ट संबंधी एकेडमिक गतिविधियों में देरी होने के कारण विद्यार्थियों को परेशान होना पड़ रहा है। इससे पहले भी ऐसे ही हालात रहे हैं। देरी को लेकर कॉलेज, विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षा विभाग तीनों स्तर पर सवाल खड़े होते हैं। इसलिए इस बार परीक्षा से लेकर रिजल्ट के पुनर्मूल्यांकन कराने की व्यवस्था पर भी शासन स्तर से मॉनिटरिंग की जाएगी।
मध्यप्रदेश न्यूज़: दरअसल, रिजल्ट लेट होने के कारण राज्य के संस्थानों में तो विद्यार्थियों को हायर स्टडी के लिए प्रोविजन एडमिशन दे दिए जाते हैं, लेकिन बाहरी संस्थान में तब तक प्रवेश नहीं मिल पाता जब तक उनका अंतिम रिजल्ट नहीं आ जाता। उच्च शिक्षा विभाग के एसीएस शैलेंद्र सिंह ने मॉनिटरिंग सेल को गठित कर आदेश जारी कर दिए हैं। इसमें शासन स्तर पर पदस्थ तीन अधिकारी और तीन सहायक शामिल हैं। यह सेल हर महीने के पहले सप्ताह में बैठक आयोजित नियमित समीक्षा करेगी।