अफीम समाचार -अफीम नीति 2022 23 आने से पहले विभिन्न संगठनों और समितियों द्वारा नई-नई मांगों को लेकर एवं अफीम नीति में बदलाव के लिए आंदोलन कर ज्ञापन सौंपा जा रहे हैं। बीते कल भी मंदसौर के अफीम किसान संघर्ष समिति के सदस्यों ने अफीम नीति 2022 में कुछ बदलाव करने के लिए अपनी मांगों को लेकर केंद्रीय नारकोटिक्स आयुक्त ग्वालियर के नाम जिला अफीम अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। किसानों ने कार्यालय के सामने बैठकर धरना प्रदर्शन किया और नारेबाजी भी की। किसानों ने मांग रखी कि अफीम नीति 2022-23 में बदलाव किया जाए। इस दौरान मंदसौर नीमच और आसपास के क्षेत्रों वाले कुछ किसान उपस्थित थे।
अफीम नीति 2022 23:- अफीम किसान संघर्ष समिति द्वारा केंद्रीय नारकोटिक्स आयुक्त ग्वालियर के नाम ज्ञापन सौंपा गया जिसमें अफीम नीति 2022 23 में बदलाव के लिए कई मांगे रखी गई। अफीम किसानों ने मांगे रखते हुए कहां की:-

• 1995-96 से लेकर वर्ष 2004 तक रूके हुए अफीम किसानों के पट्टे दोबारा नहीं दिए गए हैं, उन सभी किसानों को दोबारा मौका दिया जाना चाहिए।
• अफीम नीति 2022 23 ज़ारी करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के सपने वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा साकार किए जाएं।
• नारकोटिक्स विभाग द्वारा जिन किसानों के अफीम पट्टे बांटे गए हैं उन सभी अफीम पट्टों को बहाल किया जाए।
• वित्त मंत्रालय ने किसानों के ऊपर मार्फिन नियम चलाया हुआ है, इसे पूरी तरीके से समाप्त किया जाए।
• अफीम नीति 2021-22 में लागू की गई सीपीएस पद्धति को अफीम नीति 2022 23 में समाप्त किया जाए और पुराने परंपरागत अफीम के पट्टे जारी किए जाए।
• नारकोटिक्स नीमच फैक्टरी के भष्टाचार के कारण कम मार्फिन एवं घटिया बताकर सीपीएस पद्धति में डालें गए पट्टे लुनाई चिराई में दिए जाएं।
• सरकार द्वारा अफीम नीति 2022 23 के दौरान अफीम की कीमत में बढ़ोतरी की जाएं।
• सभी अफिम किसानों को समान आरी के पट्टे दिए जाएं ताकि किसानों को आर्थिक नुकसान नहीं झेलना पड़े।
• एनडीपीएस एक्ट 8/29 की सभी धाराओं को समाप्त कर इसे आबकारी विभाग में शामिल किया जाए।
यह सभी मांगे अफीम किसानों द्वारा अफीम नीति 2022 23 में बदलाव के लिए रखी गई है।