मध्यप्रदेश किसान न्यूज़: लहसुन के गिरते दाम बढ़ा रहे सरकार की धड़कन, किसानों की चिंता भी बढ़ रही

मध्यप्रदेश न्यूज़: लहसुन को भावांतर में शामिल करने पर भी हो रहा विचार, किसानों के लिए सबसे अच्छी और फायदेमंद फसल मानी जाने वाली लहसुन के दाम लगातार गिरते जा रहे हैं जिससे सरकार और किसान दोनों को चिंता हो रही है। देश में कई मात्रा में किसानों द्वारा लहसुन का उत्पादन किया जाता है। यह फसल देश की सभी मंडियों में अच्छे दामों पर बिकती है। इसके बाद सरकार ने अब लहसुन को भावांतर में जोड़ने के लिए विचार करना शुरू कर दिया है।

मंदसौर में भी किसानों को नहीं मिल रहे दाम

मध्यप्रदेश न्यूज़: मुख्यमंत्री भी रिपोर्ट मंगा रहे कि आखिर दाम 200 रुपये क्विंटल तक क्यों पहुंचे, 15 हजार रुपये प्रति क्विंटल तक बिकने के बाद अब एक बार फिर लहसुन के दाम नीचे की तरफ है। लगभग दाम गिरते-गिरते 200 रुपये क्विंटल तक पहुंच गए हैं। इससे किसानों में गुस्सा बढ़ रहा हैं तो वह सरकार की धड़कने भी बढ़ा रहा हैं। 2017 में प्याल-लहसुन के कम दामों ने ही इतना बड़ा किसान आंदोलन खड़ा कर दिया था। रतलाम में भी कम दाम मिलने पर किसान सड़क पर उतर आए थे। तब भी मुख्य।मंत्री शिवराजसिंह चौहान ने वहां के कलेक्टर से पूरी जानकारी ली थी। अब मंदसौर में भी यही हालात बन रहे हैं तो जिला प्रशासन पहले ही अलर्ट मोड पर आ गया हैं।

लहसुन के दाम कम मिलने पर किसानों में नाराजगी

मध्यप्रदेश न्यूज़: मंदसौर लहसुन की कीमत में गिरावट से किसानों में आक्रोश पनप रहा हैं। रतलाम जिले में किसानों का आक्रोश सड़क पर आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने वहां के कलेक्टर से रिपोर्ट भी तलब की थी। वहीं अब मंदसौर में दाम गिरने से बढ़ रहा किसानों का गुस्सा सरकार की धड़कने बढ़ा रहा है। इसके चलते जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। एक बार तो सोमवार को कलेक्टर ने मंडी पहुंचकर व्यापारियों के साथ बैठक की थी। इस दौरान कलेक्टर ने साफ कहा था कि किसानों को लहसुन के अच्छे दाम मिले। इसके लिए प्रयास करें। लहसुन के दामों में गिरावट आने से किसानों का आक्रोश बढ़ रहा हैं। 200 से 300 रुपये क्विंटल के दाम मिलने से उनकी लागत भी नहीं निकल पा रही है। दाम कम होने को लेकर रतलाम में भी किसानों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया था। अब वहीं कहानी मंदसौर में भी दोहराई जा सकती हैं। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भी इस पर भोपाल से नजर रखे हुए हैं। 2017 का किसान आंदोलन प्याज व लहसुन के कम दाम मिलने पर ही शुरू हुआ था जिसने बाद में हिंसक रुप ले लिया था। और पुलिस की गोली से पांच किसानों की मौत हो गई थी। एक किसान की मौत पुलिस हिरासत में मारपीट से हुई थी। मुख्यमंत्री ने रतलाम कलेक्टर से लहसुन को लेकर पूरी रिपोर्ट भी ली थी। जैसे ही मंदसौर मंडी में भी लहसुन के दाम गिरना शुरू हुए। भोपाल से हो रही निगरानी के चलते ही एक बाद कलेक्ट र गौतमसिंह मंडी व्यापारियों के साथ बैठक कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने मंडी व्यापारियों से कहा कि किसानों की मदद करें। किसानों से बहुत अच्छे से बात करें तथा किसानों को लहसुन के अच्छे दाम मिले इसके लिए प्रयास करें।

व्यापारियों की अपनी समस्या- आगे मांग नहीं भेजे कहा

मध्यप्रदेश न्यूज़: मंडी व्यापारियों के बैठक में कहा था कि पहले प्रदेश में जिन जिलों में लहसुन का उत्पादन नहीं हो रहा था अब वहां भी लहसुन का उत्पादन होने लगा। इसके साथ ही इस वर्ष मार्च के महीने में गर्मी काफी तेज रहने से लहसुन खराब भी हुई है। साथ ही लहसुन में अन्य तरह की बीमारियों के कारण भी खराब हुई। लहसुन खराब होने के कारण बाहर भेजने में दिक्कत आ रही है। अगर बाहर भेजते हैं तो विदेश पहुंचते-पहुंचते लहसुन पूरी तरह से खराब हो रही हैं। इसके साथ ही फैक्ट्रियों में भी पर्याप्त स्टाक होने से यहां भी लहसुन की मांग कम है। इस कारण लहसुन अच्छे दाम पर नहीं बिक पा रही है। तब कलेक्टर ने मंडी सचिव को कहा था कि किसानों को लहसुन के अच्छे दाम मिले। इसके लिए शासकीय नियमों का अध्ययन कर, किसानों के हित में और क्या निर्णय लिए जा सकते हैं पूरी जानकारी प्रस्तुत करें। गौरतलब है कि मंदसौर मंडी में गुरुवार को लहसुन का न्यूनतम भाव 400 रुपये क्विंटल रहा। जबकि माडल भाव 1200 रुपये क्विंटल बताया गया। हालांकि अच्छी किस्म की लहसुन 7350 रुपये प्रति क्विंटल बिकी।

अभी मंडियों में किसानों को लहसुन के काफी कम दाम मिल रहे हैं। इससे लागत तो ठीक आने-जाने का खर्च भी नहीं मिल रहा हैं। किसानों में छा रहे आक्रोश को मुख्यमंत्री भी समझ रहे हैं। इस संबंध में वह मुझसे भी बात कर चुके हैं। रतलाम में हुए आंदोलन के बाद तो कलेक्टर से रिपोर्ट भी ली थी।

मंदसौर मंडी में कुछ इस तरह गिर रहे हैं लहसुन के दाम (रुपये प्रति क्विंटल में)

दिनांक दाम

16 अगस्त -300 से 7000

17 अगस्त -300 से 4000

18 अगस्त -100 से 6665

20 अगस्त -200 से 5000

22 अगस्त -200 से 7001

23 अगस्त -201 से 6551

24 अगस्त -450 से 6800

25 अगस्त -400 से 7350

26 अगस्त – 350 से 7009

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