Mandsaur News: दो साल से बंद ग्रामीणों की लाइफ लाइन मेला यात्री ट्रेन फिर प्रारंभ करने की उठी मांग
शामगढ़ 2 साल से बंद कोटा-रतलाम मेला यात्री रेलगाड़ी को प्रारंभ करने की मांग लोगो ने की है। मेला गाड़ी कोटा से रतलाम तक सभी छोटेबड़े रेलवे स्टेशन पर रुकती थी, इसके कारण इस गाड़ी को ग्रामीण लोगों की लाइफ लाइन कहा जाता है। इसके अलावा प्रतिदिन आने वाले नौकरीपेशे, व्यापारियों व मजदूरों के लिए बहुत ही आसान ट्रेन मानी जाती है, लेकिन ना तो इस ओर रेलवे सरकार ध्यान दे रही थी ना ही जनप्रतिनिधिगण।
बताया जाता है कि कोटा एवं रतलाम रेलवे में आपसी सामंजस्य के अभाव के चलते कोटा रतलाम मेंला तक नहीं जा रहीं है जिसके कारण यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मेला सवारी गाड़ी कोटा से रतलाम जाने के लिए सुबह 6 बजे बांद्रा हरिद्वार देहरादून एक्सप्रेस के बाद 10.40 बजे कोटा वड़ोदरा चलती है। वहीं रतलाम से प्रतिदिन दिन 2 बजे के बाद अगले दिन सुबह सात बजे तक कोटा के लिए कोई पैसेंजर ट्रेन नहीं है। हाल ही में रेल विकास संघ के प्रमुख पंकज सोनी ने पश्चिम मध्य रेलवे महाप्रबंधक सुधीर गुप्ता से जबलपुर मुलाकात कर मेला गाड़ी को रतलाम तक चलाने की मांग की। पश्चिम मध्य रेलवे की सांसदों के साथ बैठक में भी जनप्रतिनिधियों ने इस ट्रेन को रतलाम तक चलाने की मांग की थी। रेल विकास संघ के श्री सोनी ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रेल मंत्री एवं रेलवे बोर्ड को पत्र लिखकर मेला गाड़ी के बंद होने के कारणों को बताते हुए इस अविलंब प्रारंभ करने की मांग की है। यही मांग नगर से रेलवे परामर्शदात्री समिति के नारायणभाई गुजराती व नरेन्द्रकुमार यादव ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव व जीएम गुप्ता से की है।