मध्यप्रदेश न्यूज़: पावंटा साहिब से संगरूर मुर्गी दाना लेकर जा रहा ट्रक अनियंत्रित होकर सफेदे के पेड़ से टकरा गया। पेड़ से टकराने के कारण ड्राइवर के हेल्पर की तरफ का कैबिन पूरी तरह से चपटा हो गया जिससे हेल्पर अंदर ही फंस गया। 18 वर्षीय हेल्पर अमन को कहीं पर भी चोट नहीं लगी थी लेकिन उसका पैर बूरी तरीके से फंस गया था। अमन कैबिन में खुद ही कई समय से अपना पैर निकालने की कोशिश कर रहा था।
मध्यप्रदेश न्यूज़: ट्रक के कैबिन में फंसे अमन को देख रास्ते से गुजर रहे लोग अमन को निकालने के लिए तरह तरह के प्रयास करने लग गए। थोड़ी ही देर में घटनास्थल पर लोगों की भीड़ लग गई। अमन का पेड़ ट्रक के केबिन में इतना तेज फंसा हुआ था कि वह दर्द से तड़प रहा था हालांकि वह खुद के पैर को निकालने के प्रयास करता जा रहा था। यह हादसा करीब शाम की 4:00 बजे हुआ था और 2 घंटे ट्रक के केबिन से अमन को निकालने में लग गए। जब मामला सभी लोगों तक पहुंचा तो हुसैनी के ग्रामीण ट्रैक्टर और हाइड्रा मशीन लेकर घटनास्थल पर पहुंचे। इसके बाद ग्रामीणों ने पिचके केबिन को सौंगल डालकर तोड़ा और अमन का पांव बाहर निकाला। अमन का पाव इतना दर्द हो रहा था कि वह बिल्कुल टूट चुका था और जब तक उसे ग्रामीण अस्पताल लेकर पहुंचे उसकी नब्ज डूबने लगी थी। लगातार अमन के शरीर का ब्लड प्रेशर कम होता जा रहा था।
अस्पताल में सर्जन नहीं होने के कारण हुई अमन की मौत
मध्यप्रदेश न्यूज़: ग्रामीण अमन को नारायणगढ़ सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टर युवराज सिंह अमन को बचाने के बहुत प्रयास किए। डॉक्टर का कहना था कि अमन के हार्ट के नीचे कट लगा देंगे तो सभी हवा बाहर निकल जाएगी जिससे अमन की जान बच सकती है। हालांकि अस्पताल में कोई सर्जन नहीं होने के कारण अमन को पीजीआई हॉस्पिटल रेफर किया गया। वहां अस्पताल में उसकी मौत हो गई। अमन हिमाचल प्रदेश के गांव पुरूवाला का रहने वाला है और ट्रक चालक वाजिद भी इसी गांव का रहने वाला है। ट्रक चालक को गंभीर रूप में अंबाला हॉस्पिटल भर्ती कराया गया है। एक्सीडेंट होने के कारण हाईवे पर लगभग 2 घंटे तक जाम लगा रहा।