मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले की 4 बेटियां ट्रेन में बैठ कर भोपाल सीएम शिवराज सिंह चौहान अपनी शादी रूकवाने की बात पर वहां पहुंच गई। जानकारी में पता चला है कि चारों लड़कियों के परिजन उनकी लड़कियों पर जबरदस्ती शादी करने का दबदबा बना रहे थे। इस कारण चारों लड़कियां अपनी शादी रुकवाने के लिए ट्रेन से भोपाल सीएम शिवराज सिंह चौहान के पास पहुंच गई।
मध्यप्रदेश न्यूज़: मामला मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले की भानपुरा तहसील का है। भानपुरा क्षेत्र के हरनावदा गांव में रहने वाली एक ही परिवार के चार लड़कियां ट्रेन में बैठ कर भोपाल मुख्यमंत्री से बात करने पहुंच गई। लड़कियों ने बताया कि वह फिलहाल शादी नहीं करना चाहती है और उनके परिजन जबरन उन पर शादी करने के लिए दबाव डाल रहे थे। लड़कियों ने अपने परिजनों को समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन वह मानने को तैयार नहीं थे। इसके बाद जब चारों लड़कियों को ऐसा लगने लगा कि उनकी मदद कोई नहीं करने वाला है तो वह ट्रेन पकड़ कर भोपाल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास मदद की गुहार लेकर पहुंच गई। चारों लड़कियों को उम्मीद थी कि सीएम शिवराज सिंह चौहान यानी मामा ही उनकी मदद कर सकते हैं।
घर से दूधाखेड़ी माताजी के दर्शन का बोलकर निकल गई लड़कियां
मध्यप्रदेश न्यूज़: परिजनों ने बताया कि चारों लड़कियां घर से दूधाखेड़ी माताजी के दर्शन का बोलकर निकली थी। इसके बाद चारों लड़कियां भवानी मंडी स्टेशन पहुंचकर भोपाल के लिए रवाना हो गई। जब कुछ समय बाद लड़कियां घर पर नहीं लौटी तो उनके परिजनों ने भानपुरा थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई। 4 लड़कियों की एक साथ गुमशुदगी की शिकायत आने के बाद पुलिस हरकत में आ गई और फिर पुलिस ने लड़कियों की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से लड़कियों को खोजा और लोकेशन के आधार पर भोपाल में मुख्यमंत्री आवास के पास उन्हें बरामद कर लिया।
गांव में चल रहा नाबालिग लड़कियों की शादी का प्रचलन
भानपुरा टीआई गोपाल सूर्यवंशी ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्रामीण इलाकों में कुछ समाज में अभी भी नाबालिग बेटियों की शादी करने का प्रचलन चल रहा है। भानपुरा का जो मामला सामने आया है उसमें चारों लड़कियों की उम्र 17 से 18 वर्ष के बीच है, और चारों पढ़ाई करना चाहती है। उनके घर में उनकी शादी की बात चल रही थी जिसे उन्होंने सुन लिया था। जब लड़कियों को लगा कि उनके परिजन उन्हें बिना बताए उनकी शादी कर देंगे तो वह घर वालों को बताए बिना भोपाल में मुख्यमंत्री से मदद मांगने के लिए निकल पड़ी।