मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में जिला अस्पताल में एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। मंदसौर जिला अस्पताल में बायो वेस्ट में अस्पताल के कर्मचारियों ने आग लगा दी जिसमें कुछ ही समय में भयानक रूप ले लिया। इसके कारण जिला अस्पताल मंदसौर में एक बड़ा हादसा हो सकता था हालांकि समय रहते बड़े हादसे को टाल दिया गया।
मध्यप्रदेश के मंदसौर जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट के पास बड़ी मात्रा में बायोवेस्ट भी मौजूद हैं। ऑक्सीजन प्लांट के निकट स्थित बायो मेडिकल वेस्ट में अस्पताल के ही किसी कर्मचारी ने आग लगा दी। देखते ही देखते कुछ ही समय में बायो मटेरियल में लगी आग ने भयानक रूप धारण कर लिया। आग इतनी तेजी से लगी कि आसमान में काले धुएं का गुब्बा बनने लगा। इसको देख कुछ ही समय में वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। अस्पताल में मरीजों को सूचना मिलने के बाद मरीजों में हड़कंप मच गया। सभी मरीज इधर-उधर भागने लगे। हालांकि समय रहते और सूचनाओं से आग पर काबू पा लिया गया और बड़ी घटना होते होते टल गई।
बायोवेस्ट के पास विकलांग पुनर्वास केंद्र और ऑक्सीजन प्लांट भी है
आग की सूचना मिलने के बाद फायर फाइटर की मदद से आग को काबू कर लिया गया। इस दौरान घटनास्थल पर शहर कोतवाली टीआई और तहसीलदार भी मौके पर पहुंच गए। जिम्मेदार आप कुछ भी कहने से छुप रहे हैं। आक्सीजन प्लांट और विकलांग पुनर्वास केंद्र पास होने के बावजूद भी आग लगाना एक लापरवाही है। अगर समय रहते आग पर काबू नहीं पाया गया होता तो आज मंदसौर जिला अस्पताल में एक बड़ी घटना घटित हो सकती थी। बायो मेडिकल वेस्ट को नष्ट करने के लिए मंदसौर जिला अस्पताल से रतलाम भेजा जाता है। मामले के संदर्भ में जिला स्वास्थ्य अधिकारी जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ केएल राठौर फोन उठाकर बात करना उचित नहीं समझा। तहसीलदार मुकेश सोनी ने बताया कि आग किसने लगाई थी और यह बायो वेस्ट यहां क्यों एकत्रित किया गया था इसके बारे में जांच की जा रही है।