Mp news: स्कूल से लौटते समय मजदूर की बेटी को मिला 7 लाख रुपए के जेवर से भरा बैग, थाने जाकर जिसका था उसे लौटा दिया
मध्यप्रदेश न्यूज़: मध्यप्रदेश की एक मजदूर की एक बेटी ने कीमती जेवर से भरा बैग थाने पहुंचा कर अपनी इमानदारी की मिसाल पेश की है। मजदूर की बेटी 13 वर्ष की है और कक्षा छठवीं में पढ़ाई करती है। लड़की के पिता मजदूर है और रोजाना 200 रूपए कमाकर परिवार का पालन पोषण करते हैं। परिवार से होने के बावजूद भी उन्होंने अपनी बेटी को अच्छे संस्कार दिए और आज उन्हीं अच्छे संस्कार के कारण गरीब मजदूर की बेटी नहीं ने अपने पापा का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। गरीब मजदूर की बेटी को जब रास्ते में लौटते वक्त कीमती गहनों से भरा बैग मिला तो उसने अपना ईमान नहीं खोया और अपने पिता के साथ थाने पहुंचकर बैग पुलिस के हवाले कर दिया। बेटी की यह इमानदारी देख पुलिस अधिकारियों और लोगों ने बेटी का सम्मान किया।
स्कूल से लौटते समय रास्ते में मिला बैग
मध्यप्रदेश न्यूज़: उदयपुरा थाना प्रभारी प्रकाश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि सिलारी के रहने वाले मजदूर किसान मंगल सिंह अहिरवार की बेटी रीना अहिरवार जो कक्षा छठवीं में पढ़ती है। शनिवार को जब वह स्कूल से घर लौट रही थी तो उसे रास्ते में रोड पर एक बैग पड़ा मिला। इस बैग में सोने के कीमती जेवर पड़े थे। इसके बाद लड़की देख उठाकर अपने घर ले आई और जब शाम को उसके पापा काम से लौटे तो उनकी बेटी ने बैग के बारे में अपने पिता को बताया। इसके बाद अगले दिन मंगल अपनी बेटी और बैग के साथ उदयपुरा सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर एम एल बड़कुर के पास पहुंचे। डॉक्टर ने इसकी सूचना पुलिस को दी और बैग समेत बेटी और मंगल को थाने लेकर पहुंचे। पुलिस को पहले इसकी शिकायत मिल चुकी थी जिसके बाद पुलिस ने बैग वाले परिवार को सूचना दी। सोमवार को जब पीड़ित परिवार बैग लेने पहुंचा तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
सोशल मीडिया पर बेटी को इनाम देने की घोषणा की
मध्यप्रदेश न्यूज़: आभूषण से भरे बैग की तलाश कर रहे यशपाल परमार ने बताया कि वह अपने बेटी रंजना को उसके ससुराल उदयपुरा छोड़ने जा रहे थे। उनकी बेटी के पास 14 तोला सोना सहित सात लाख का सामान था। इस दौरान बैग सड़क पर ही गिर गया था। जब पता चला तो यशपाल परमार ने आभूषण से भरा बैग खोजने की कोशिश भी की। सोशल मीडिया पर भी लौट आने वाले को इनाम देने की घोषणा की गई थी। जब एक नहीं मिला तो यशपाल परमार ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी और पुलिस ने जब यशपाल परमार को सूचना दी तो उनकी खुशी दोगुना हो गई। परिवार समेत पुलिस अधिकारियों ने बच्ची का सम्मान किया।