ट्रक ने दो व्यक्तियों को रौंदा, एक की मौके पर मौत दूसरा घायल
मंदसौर शहर के निकट स्थित फतेहगढ़ गांव के हाईवे पर एक ट्रक ड्राइवर ने बाइक से जा रहे दो लोगों को रौंद दिया। दुर्घटना होने के तुरंत बाद आयुष की मौके पर ही मौत हो गई और मधुसूदन की हालत गंभीर है। मधुसूदन को एंबुलेंस की सहायता से जिला अस्पताल भिजवाया गया है। दुर्घटना होने के बाद ग्रामीणों ने हाईवे पर चक्का जाम कर दिया और धरना देने बैठ गए। बताया जा रहा है कि दोनों बाइक सवार अपने रिश्तेदारों की शादी में जा रहे थे इस दौरान पीछे से ट्रक ने आकर उन्हें कुचल दिया। गुस्साए परिजनों ने चक्का जाम करते हुए प्रशासन के सामने कुछ शर्ते रखी है। लोगों ने आक्रोश जताते हुए ट्रक पर पत्थरबाजी की है और ट्रक में आग लगा दी है। घटना रविवार करीब 12:00 बजे की है।
शव उठाने से पहले परिजनों ने एक करोड़ रुपए मुआवजे की मांग की
चक्का जाम करने के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने आयुष धाकड़ के शव को उठाने से पहले प्रशासन से एक करोड रुपए मुआवजा राशि की मांग की है। चक्का जाम होने की खबर सुनते ही मौके पर पुलिस टीम समेत एसडीएम बिहारी सिंह, सीएसपी परमाल सिंह मेहरा भी घटनास्थल पर पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों को समझाने की कोशिश करने लगे। हालांकि परिजन इतने आक्रोशित थे कि वह बिना मुआवजे के आयुष की लाश को उठाने के लिए तैयार तक नहीं हो रहे थे। इसके बाद प्रशासन द्वारा परिजनों को मुआवजे के लिए विश्वास दिलाया गया और गुस्साए ग्रामीणों को शांत किया गया।
हाईवे के दोनों तरफ लगी 5 किलोमीटर लंबी लाइन
यह दुर्घटना नेशनल हाईवे पर हुई है जहां रोजाना लाखों की संख्या में वाहन गुजरते हैं। ग्रामीणों ने जब दुर्घटना के दौरान हाईवे चक्का जाम किया तो कुछ ही समय में दोनों तरफ लगभग 5 किलोमीटर से लंबी वाहनों की कतारें लग गई। वाहनों में अधिकतर ट्रक थी और उसके बाद कार और बसें शामिल है। समय पर यात्रियों को उनके स्थान तक पहुंचाने के लिए बसों को वापस पलट कर ग्रामीण क्षेत्रों में होकर सड़क पार करनी पड़ी। इसके अलावा कई स्थानों पर शादियों में जा रहे मेहमानों को भी ग्रामीण रास्तों का उपयोग करना पड़ा। परिजन और ग्रामीण वर्तमान में चक्का जाम किए हुए हैं और मुख्यमंत्री से 10000000 रुपए मुआवजे की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने ड्राइवर को अपनी गिरफ्त में ले लिया है।