किसान ने दवाई विक्रेता पर लगाया गलत दवाई देने का आरोप
अफीम पर दवाई छिड़काव के बाद अफीम की फसल खराब होने का मामला सामने आया है। अफीम किसान ने कृषि दवाई विक्रेता पर उसकी दुकान से लाई गई दवा छिड़काव के लिए खराब कैसी दवाई देने का आरोप लगाया और पुलिस पर शिकायत दर्ज कराई है। गुडभेली बड़ी निवासी माधु लाल पिता मांगीलाल तेलकार ने शिकायत दर्ज करते हुए बताया कि टाटा दवाई कंपनी के प्रतिनिधि के रुप में लूना खेड़ा निवासी विष्णु मालवीय ने आकर बताया कि आप अफीम फसल की अच्छी पैदावार के लिए कंपनी की सार्थक, कौशल ,उपहार दवाइयां पिपलिया मंडी में कंपनी विक्रेता बलराम एंड ब्रदर्स की दुकान से खरीदो। इससे आपकी अफीम की अच्छी पैदावार होगी।
दवाई का छिड़काव किया तो अफीम की फसल काली पड़ने लगी
किसान ने जब पिपलिया मंडी से दवाई लाकर अपने अफीम में छिड़काव किया तो अगले दिन से ही अफीम की फसल खराब होने लगी और काली पड़ने लगी। जब किसान ने विष्णु मालवीय से दोबारा संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि अफीम की फसल को दो बार पानी पिलाओ, इसके बाद फसल सही हो जाएगी। जब किसान ने अफीम की सिंचाई की तो फसल और अधिक खराब हो गई। जब किसान ने अपनी स्थिति दवाई विक्रेता को बताई तो दवाई विक्रेता ने कहा कि “आप कंपनी की शिकायत करो मेरा इससे कुछ लेना देना” नहीं है। इसके बाद अफीम के सामने इसकी शिकायत पुलिस चौकी पिपलिया पर दर्ज कराई और किसान ने कहा कि अगर उसे न्याय नहीं मिला तो वह न्यायालय में बात दायर करेंगे।
व्यापारी ने कहा: किसान बदनाम और ब्लैकमेलिंग कर रहा है
जब दवाई विक्रेता से मामले की जानकारी ली गई तो दवाई विक्रेता पुष्पेंद्र फरक्या ने जानकारी देते हुए बताया कि वह इसी दवाई को 50 किसानों को दे चुका है, जिनमें से किसी की भी शिकायत नहीं आई है। किसान मेरे ऊपर गलत आरोप लगा रहा है और मुझे बदनाम करने का प्रयास कर रहा है। दवाई से अगर किसान की अफीम खराब होती तो अन्य किसान भी मेरे पास शिकायत लेकर आते लेकिन कोई भी अन्य किसान इस प्रकार की शिकायत लेकर नहीं पहुंचा है। किसी अन्य कारण से किसान की फसल खराब हो सकती है। किसान कंपनी को और मुझे षडयंत्र पूर्वक बदनाम और ब्लैक मेलिंग करने की कोशिश कर रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।