इंदौर के स्टूडेंट ने बनाई इलेक्ट्रिक कार 2022
इंदौर के एक स्टूडेंट खुद के दिमाग से इलेक्ट्रॉनिक कार बनाई है। इंदौर के श्री गोविंदराम सेकसरिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस ( Shri Govindram seksaria institute of technology and science) के विद्यार्थी ने मिलकर एक नया नवाचार कार्य किया है। जानकारी में बताया गया है कि श्री गोविंद राम इंस्टिट्यूट के इन विद्यार्थी द्वारा एक इलेक्ट्रॉनिक कार तैयार की गई है जो बैटरी की सहायता से चलेगी। खास बात यह है कि विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई इस कार में तीन पहिए ही है। विधार्थियों की डेढ़ महिने की मेहनत में ही यह कार तैयार हो गई। विद्यार्थियों से जब जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि अब इस कार का इस्तेमाल कॉलेज में आने वाले अधिकारियों और गेस्ट्स को कैंपस राइड कराने के लिए किया जाएगा। विद्यार्थियों ने कहा कि अब कॉलेज का माहौल देखने आने वाले अधिकारियों को पैदल नहीं घूमना पड़ेगा और यह इलेक्ट्रिक कार उन्हें पूरा कालेज दिखाएंगी।
कार बनाने में 1 लाख 20 हजार रुपए की लागत आई है
इंस्टिट्यूट के विद्यार्थियों ने बताया कि इस कार्य को बनाने में सिर्फ 120000 रुपए का खर्चा आया है। विद्यार्थियों की डेढ़ माह की मेहनत में बनी इस कार्य की टेस्टिंग चल रही है और कमियों को साथ ही साथ पूरा किया जा रहा है। विद्यार्थियों ने कहा है कि इस कार्य को फिलहाल कॉलेज के डायरेक्टर विंग में रखा जाएगा। कॉलेज डायरेक्टर आरके सक्सेना ने जानकारी देते हुए बताया कि कॉलेज के विद्यार्थियों को इलेक्ट्रिक कार बनाने के लिए मोटिवेट किया गया था जिसके बाद विद्यार्थियों ने डेढ़ महिने की मेहनत से यह कार तैयार कर दी। फिलहाल कालेज को इको फ्रेंडली बनाने के लिए अभियान चलाया गया जिसके तहत सभी विद्यार्थी भाग ले रहे हैं और अपना हौसला भी बता रहे हैं। विद्यार्थियों ने इस कार को “केविन” नाम दिया है। विद्यार्थियों ने दिसंबर महीने में कार को बनाना शुरू किया था।
क्या-क्या चीजें हुई इस्तेमाल, जल्द कार की कमियों को दूर कर दिया जाएगा
विद्यार्थियों ने कार की जानकारी देते हुए बताया कि इसमें 36 एम ए एच की 48 वाट की बैटरी लगाई गई है। इसके साथ ही 750 वाट की मोटर भी लगाई गई है। कार की पिछली साइड में एक ही टायर रखा गया है वह भी ट्यूबलेस, जिससे टायर में कोई दिक्कत आने की समस्या नहीं होगी। विद्यार्थियों द्वारा कार्य के अगले हिस्से में दो छोटे टायर लगाए गए हैं जिससे कार के पलटने का खतरा नहीं रहता है। कार का पिछला टायर 22 इंच का है जबकि आगे के दोनों टायर 20 इंच के है। विद्यार्थियों ने बताया कि कार में कुछ कमियां बताई जा रही है जिन को पूरा किया जा रहा है और जल्द ही यह कार्य पूरी तरह तैयार हो जाएगी और कॉलेज में आने वाले गेस्ट इस कार से वहां घूमेंगे। विद्यार्थियों ने बताया कि कार के कुछ पार्ट्स डिजाइन किए गए हैं और कुछ सीधे बाजार से मंगवाए गए हैं। कालेज कैंपस के अंदर ही पूरी कार को डिजाइन किया गया है। यह कार लगभग 2 क्विंटल वजन उठाकर चल सकती है।