अंडर ब्रिज बनाओ समिति द्वारा अंडर ब्रिज की मांग को लेकर 30 दिन हुए पूरे
मंदसौर जिले के शामगढ़ क्षैत्र में अंडरब्रिज की मांग को लेकर अंडरब्रिज बनाओ समिति पिछले 30 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रही है। अंडरब्रिज बनाओ समिति यह आंदोलन दिल्ली मुंबई रेलमार्ग पर स्थित आलमगढ रेल्वे फाटक पर दे रहीं हैं, जिसे 30 दिन पूरे हो चुके हैं। अंडर ब्रिज की इस समस्या को लेकर पूरा नगर परेशान हुआ और समिति के साथ आसपास गांव के लोग भी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। अंडर ब्रिज बनाओ समिति ने इन दिनों पहले सांसद सुधीर गुप्ता की तस्वीर धरना स्थल पर रखकर आरती भी उतारी थी और यह भी कहा था कि जब तक सांसद सुधीर गुप्ता यहां नहीं आएंगे तब तक रोजाना उनकी तस्वीर पर माला चढ़ाकर आरती उतारी जाएगी।
नगर में मुक्तिधाम और कब्रिस्तान पटरी के पार वाले क्षेत्र में ही है
अंडर ब्रिज नहीं बनने के कारण नगर के लगभग 15000 रहवासियों और आसपास के ग्रामीण काफी परेशान है। ऐसे में लोगों को ओवर ब्रिज पर होकर 3 किलोमीटर अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ेगा इसलिए मजबूरी में बीते कल एक जनाजे को रेलवे ट्रैक पार कर कब्रिस्तान ले जाया गया। जब लोग जनाजे को लेकर पटरी पार कर रहे थे इसी दौरान अप और डाउन दोनों ट्रैक पर अचानक ट्रेनें आ गई। जैसे ही यह पता चला तो ताबड़तोड़ लोगों को पटरी से हटाया गया और समय रहते सभी को बचा लिया गया। इधर अंडर ब्रिज बनाओ समिति के फारूख मेव, राजेश कोरी और राजेंद्र कुशवाहा ने कहा कि 15 दिसंबर को कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह डंग तीन वार्डों में भूमि पूजन करने आ रहे थे।
कैबिनेट मंत्री ढंग से नहीं मिली किसी भी प्रकार की मदद
अंडर ब्रिज बनाओ समिति सदस्यों ने कहा कि कैबिनेट मंत्री होने के बावजूद भी हरदीप सिंह डंग से जो सहायता मिलनी चाहिए थी वह बिल्कुल भी नहीं मिली है। अब महिलाओं ने भी इसका विरोध शुरू कर दिया है और वह हरदीप सिंह डंग से पूछेगी कि उन्होंने अभी तक क्या किया है। इधर प्रतिदिन अंडर ब्रिज बनाओ समिति द्वारा सांसद सुधीर गुप्ता का ध्यान आकर्षित करने के लिए शाम को वह आरती उतारी जा रही है। अंडर ब्रिज बनाओ समिति के सदस्यों में इसलिए आक्रोश है क्योंकि क्षेत्र का मामला होने के बावजूद भी सांसद सुधीर गुप्ता अभी तक धरना स्थल पर नहीं पहुंचे हैं। समिति द्वारा 15 दिसंबर से भूख हड़ताल भी प्रारंभ की जा चुकी है। समिति का कहना है कि जब तक सांसद सुधीर गुप्ता ब्रिज के लिए आश्वासन नहीं देते हैं तब तक धरना जारी रहेगा।