पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई झड़प में 1 साल के बच्चे की मौत 2021
मध्यप्रदेश के शिवपुरी में ग्रामीण और पुलिस के बीच मारपीट हो गई। पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई झड़प के दौरान 1 साल के मासूम की मौत हो गई। इसके बाद देर रात तक पंचायत चली और दो पुलिसकर्मी सहित तीन लोगों पर हत्या का केस दर्ज किया गया। ग्रामीणों और पुलिस के बीच हुई लड़ाई और विवाद के दौरान प्रशासन के अधिकारियों और समाज के पंचो की बैठक सड़क पर शुरू की गई। यहां बैठक आधी रात तक चलती रही और फिर रात को ही परिजनों द्वारा लगाए गए आरोप के आधार पर एसआई अजय मिश्रा और जगदीश रावत के साथ एक ग्रामीण पर मासूम की हत्या का केस दर्ज किया गया।
खेत से जुड़ा हुआ था मामला, 9 घंटे तक चली पंचायत
प्रशासन के अधिकारियों और गांव के पंचों के बीच करीब 9 घंटे तक बैठक हुई। पुलिस और ग्रामीणों के बीच मामला इसलिए हुआ था कि ग्रामीण प्रशासन द्वारा लगाए जा रहे पुलिया के पाइप से खुश नहीं थे। सड़क निर्माण के दौरान पुलिया में लगाई जा रहा पाइप का मुंह खेत और मकान की तरफ होने से ग्रामीण और पुलिस के बीच जमकर बवाल हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि पुलिस और ग्रामीणों के बीच मारपीट हो गई और इस दौरान पत्थर भी चले। मारपीट के दौरान पता चला कि 1 वर्ष के मासूम की मृत्यु हो गई। मामले में पीड़ित 33 साल के अशोक निवासी रामनगर की रिपोर्ट दर्ज की गई। उसने बताया कि तहसीलदार ने मुझे खेत पर बुलाया था क्योंकि उसके खेत पर अवैध रूप से पुलिया का निर्माण किया जा रहा था।
पुलिया बनाने से मना किया तो तहसीलदार ने पुलिस वालों को बुलाकर मारपीट शुरू कर दी
किसान अशोक ने बताया कि जब उसने पुलिया निर्माण करने से मना किया तो तहसीलदार ने 15 पुलिसकर्मियों को बुलाकर महिलाओं के साथ मारपीट करना शुरू कर दी। एसआई अजय मिश्रा ने लाठी अशोक की पत्नी वंदना कुमारी लेकिन वह लाठी वंदना की गोद में सो रहे बच्चे को लग गई जिससे उसकी मौत हो गई। जगदीश रावत ने भी बच्चों और महिलाओं के साथ मारपीट की। तहसीलदार के सामने यह घटना हुई है। सबसे पहले मामला सुलझा ने पटवारी आया था लेकिन मामला नहीं सुलझा तो उसके बाद तहसीलदार रूचि अग्रवाल वहां पहुंची और तुरंत मारपीट शुरू कर दी। बच्चे की मौत को लेकर परिवार वालों ने आरोप लगाना शुरू कर दिया और ग्रामीण और अधिकारियों के बीच बैठक हुई। अधिकारी भी हैरान है कि आखिर बच्चे की मौत कैसे हुई। बच्चे के शरीर को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। एसआई राघवेंद्र यादव भी अभी बेहोश चल रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हत्या का असली राज सामने आएगा। पुलिस सभी वीडियो देख कर मामले की जांच कर रही है।