भटके हुए बच्चे को पुलिस ने पोहे खिलाए तो थाने में रहने की करने लगा जिद 2021
कहते हैं इंदौर को भीड़ का शहर भी कहा जाता है और वही से एक घटना सामने आई है कि एक बच्चा अपने घर का रास्ता भटक गया और पुलिस के हाथ लग गया। बच्चे से घर का पता पूछने के लिए पुलिस वालों ने उससे दोस्ती करना सही समझा और पुलिस थाने ले जाकर बच्चे को पोहे खिलाएं और उससे दोस्ती की। पुलिस वालों ने उसके बाद जब बच्चे से घर का पता पूछा तो बच्चे ने घर नहीं जाने की जिद पकड़ ली क्योंकि पुलिस द्वारा खिलाए गए वह थाने में उसे बड़ा मजा आया और वह थाने में ही रहने की जिद करने लगा।
रास्ते में राहगीर को रोता हुआ मिला था बच्चा
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि इंदौर में एक राहगीर को 4 साल का बच्चा रोता हुआ मिला था। उसके बाद राहगीर ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बच्चे को अपने कब्जे में ले लिया। शुरुआत में पुलिस और अज्ञात लोगों को देखकर बच्चा घबरा गया और कुछ भी नहीं बोल पाया। पुलिस बच्चे के घर का पता करने के लिए अलग-अलग इलाकों के थानों में घूमती रही। आखिरकार पुलिस को विजयनगर थाने में बच्चे से दोस्ती करना ही पड़ी।
पोहा जलेबी खिलाया तभी बच्चे ने अपना नाम और पता बताया
बच्चे से दोस्ती करने के लिए पुलिस ने थाने में पोहा और जलेबी मंगवाए। पोहा और जलेबी खाकर बच्चा खुश हो गया और पुलिस को दोस्त समझकर अपना नाम और पता बता दिया। पुलिस ने बच्चे को उसके घर भेजना चाहा लेकिन बच्चा जिद पर अड़ गया कि उसे घर नहीं जाना है और थाने में ही रहना है। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से बच्चे को समझाया और उसके घर भेजा। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि बच्चे ने अपना नाम आर्य डाबोरे बताया।
पिता नौकरी पर गए तो पीछे-पीछे बच्चा भी आ गया
आर्य के पिता गोलू डाबोरे इंदौर में ही एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं। वह रोज सुबह जल्द ही नौकरी के लिए निकल जाते थे। जिस दिन बच्चा रास्ता भटक गया उस दिन ऐसा ही होगा कि उसके पिता जैसे ही नौकरी के लिए निकले उनका बेटा भी पीछे-पीछे निकल आया। पिता को नहीं पता था कि उनका बेटा पीछे पीछे आ गया है और कुछ आगे जाकर बेटा रास्ता भटक गया और रोने लगा। परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया है कि बेटा पिता से काफी प्यार करता है और आर्य के मां नहीं है। वह अपनी भुआ और पिता के साथ ही रहता है। पुलिस ने फिर आर्य को घर पहुंचाया।