पेट्रोल डीजल ने तो सभी पर असर डाला लेकिन अब गैस सिलेंडर के दाम आम आदमी की जिंदगी संकट में डालते जा रहें हैं। गैस के दाम इतने बढ़ गए हैं कि आम आदमी का तो दम निकल रहा है। पेट्रोल और डीजल के दाम शतक लगा चुके हैं और अब गैस सिलेंडर के दाम हजार पर पहुंच गए हैं। लगातार बढ़ रहे गैस सिलेंडर के दामों से आम आदमी की जिंदगी में समस्या पैदा हो रही है। वही व्यवसायिक सिलेंडर के दाम भी 1921 रुपए पर पहुंच गए हैं। यहां महंगाई का दौर कोरोना महामारी के दौरान शुरू हुआ था और अभी तक यह सिलसिला चल ही रहा है। इसी साल में घरेलू गैस सिलेंडर में बढ़ोतरी होती जा रही है।
आम आदमी को कहीं से नहीं मिल रही है राहत
महंगाई के इस दौर में आम आदमी को कहीं से भी राहत की किरण नहीं नजर आ रही है। सिलेंडर के बढ़ते दामों ने महंगाई ने फिर तड़का लगा दिया है। घरेलू सिलेंडरों के दाम हजार का आंकड़ा छूने वाले हैं। व्यवसायिक सिलेंडर के दाम 1921 हो चुके हैं। ऐसे में हर गरीब परिवार पर महंगाई की मार पड़ रही है। अगस्त सितंबर में 15 दिनों में ₹50 की बढ़ोतरी हो गई है। 16 अगस्त को ₹25 बढ़े थे तो सितंबर में फिर ₹25 की बढ़ोतरी हो गई। 911 रुपए से दाम 936 तक पहुंच गए। यही नहीं पेट्रोल डीजल से लेकर खाद्य तेल ड्राई फुट और दालों के दामों में भी बढ़ोतरी का दौर चल रहा है। आम जनता को महंगाई पर कहीं से भी राहत नहीं मिल रही है।
सब्सिडी में भी नहीं मिल रही राहत
सरकार द्वारा पहले सब्सिडी दी जाती थी उससे लोगों को राहत भी मिलती थी लेकिन अब वो सिर्फ ₹54 की हो गई है। पहले जब सिलेंडर के दाम बढ़ाए थे तो इन पर मिलने वाली सब्सिडी उपभोक्ताओं को राहत देती थी। ऐसे में आम उपभोक्ता को सिलेंडर के दाम ज्यादा नहीं देना पड़ता था। लेकिन अब सब्सिडी सिर्फ 54 ही रह गई है। ऐसे में यह सब्सिडी सिलेंडर के दामों पर राहत नहीं दे पा रही है। पिछले 2 माह से तो सब्सिडी की राशि उपभोक्ताओं को मिल हीं नहीं रहीं हैं। जिले में वर्तमान में साढ़े तीन लाख घरेलू गेस सिलेंडर उपभोक्ता है और इन परिवारों के माध्यम से 16 लाख के लिए खाना तैयार होता है। ऐसे में बढ़ती मंहगाई के बीच लाखों लोगों पर आर्थिक भार बढ़ा है।