मंदसौर कृषि उपज मंडी में सिर्फ शंका के आधार पर कर दी बेकसूर किसान की पिटाई 2021
मंदसौर कृषि उपज मंडी में एक किसान को शंका के आधार पर पीट दिया गया। मंदसौर कृषि उपज मंडी में एक किसान की उपज की बोरिया गायब हो गई थी और कुछ किसानों ने इसी चोरी की शंका पर एक बेकसूर किसान को पीट दिया। किसानों ने शंका के आधार पर जिस किसान की पिटाई की है, वह बेकसूर था। किसानों को शंका इसलिए हुई क्योंकि किसान की उपज की बोरीया जिस जगह से गायब हुई थी वहां पर वह किसान खड़ा था और किसानों को लगा कि इसी ने बोरिया चोरी की है और उसकी पिटाई कर दी। उसके बाद कुछ लोगों ने पिटाई कर रहे हैं किसानों को रोका और मामले को शांत किया। समझौते के बाद सभी किसान उपज ढूंढने में लग गए।
किसी ने जगह नहीं मिलने पर बोरिया साइड में रख दी थी
बेकसूर किसान की पिटाई करने के कुछ देर बाद पता चला कि किसी दूसरे व्यक्ति ने जगह नहीं मिलने पर उपज की बोरिया साइड में रख दी थी। उसके बाद किसान से माफी मांगी गई। बेकसूर किसान ने किसी भी प्रकार की रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई है। मामला 4 दिन के बाद खुली मंडी का है जब इतने अवकाश के बाद मंडी खुली थी और मंडी में बंपर आवक हुई थी। किसान इतनी उपज लेकर पहुंचे थे कि मंडी में खड़े रहने की जगह भी नहीं मिल रही थी। उसी दिन गांव बरखेड़ा कला का किसान दिनेश लहसुन और तारामीरा लेकर आया था। इस दौरान उसकी 3 बोरियों में भरी तारामीरा वहां से गायब हो गई। यह देख किसान दिनेश आग बबूला हो गया और पास खड़े किसान पर चोरी का आरोप लगाने लगा और उससे झगड़ा करने लगा।
दूसरे किसान भी बिना जांच पड़ताल के बेकसूर किसान को पीटने लगे
किसान दिनेश अपनी तारामीरा का अंजाम जिस किसान पर लगा रहा था ,उसने सभी को काफी समझाया लेकिन अन्य किसानों ने भी बिना जांच पड़ताल की है उसे पीटना शुरू कर दिया। मामला इतना बढ़ गया कि मंडी प्रशासन को वाय डी नगर पुलिस थाने में सूचना देनी पड़ी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मंडी प्रशासन एवं पुलिस ने जांच की तो पता चला कि किसी अन्य व्यक्ति ने जगह नहीं होने के कारण उपज की तीनों बोरिया साइड में रख दी थी ताकि दूसरों को ढेर लगाने के लिए जगह मिल सके। अपनी उपज मिल जाने के बाद किसान किसी भी प्रकार की कार्रवाई से इंकार कर दिया और पुलिस ने भी गलती नहीं होने पर पीटे हुए किसान को समझाया और दोनों पक्षों में तालमेल बिठाया। इस दौरान बेकसूर किसान से सभी ने माफी भी मांगी।