मिट्टी के गणेश जी बचाएंगे प्रकृति
गणेश चतुर्थी आने वाली है और बाजार में तरह तरह की मूर्तियां आ गई है। प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया है लेकिन फिर भी बाजार में पीओपी की मूर्तियां आने लगी है। इसी बीच सामाजिक संगठन और अन्य संस्थाएं मंदसौर में आगे आ रही है और पर्यावरण को बचाने के लिए मिट्टी के गणेश जी उपलब्ध करा रही हैं। मंदसौर के लॉयस स्टार क्लब ने नया तरीका अपनाया है और उसने फैसला लिया है कि अब मंदसौर में मिट्टी के गणेश जी की मूर्तियां बनाएंगे और सभी को फ्री में बाटेंगे। लॉयंस स्टार क्लब यह तरीका पर्यावरण को बचाने के लिए अपनाया है।
मिट्टी के गणेश जी में रखेंगे पौधे का बीज
लॉयंस स्टारक्लब सभी को निशुल्क मूर्तियां प्रदान करेगा और सभी मूर्तियों में एक एक पौधे का बीज रखा जाएगा ताकि गणेश जी को कहीं पर भी विसर्जित करेंगे तो वहां पर एक पौधा उग जाएगा। इससे भक्तों को खुशी भी मिलेगी और पर्यावरण सुरक्षित भी रहेगा। क्लब अध्यक्ष सोनिया नायर ने बताया कि सदस्यों द्वारा 100 से अधिक मूर्तियां बांटने का लक्ष्य रखा गया है। पीओपी से बनाई गई मूर्तियां पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती है लेकिन साथ में जल में रहने वाले जीवो को भी नुकसान पहुंचाती है। मिट्टी की मूर्ति पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ-साथ प्रकृति को बचाती भी है। हमारे द्वारा मिट्टी के गणेश जी बनाए जा रहे हैं जिसमें पौधे का बीज रखा जाएगा।
मूर्ति विसर्जन के बाद लेगी पौधे का रूप
ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा सेंट्रल बैंक में संचालित कार्यक्रम के तहत महिलाओं को गाय के गोबर से भगवान गणेश जी की मूर्ति बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। अखिलानंद सरस्वती ग्रामीण गौशाला धुंधडका के डॉक्टर अर्जुन पाटीदार ने एक दिवसीय कार्यशाला में महिलाओं को गणेश जी के साथ ही विभिन्न मूर्तियां बनाना भी सिखाया। संस्था सदस्य राजेश जोशी ने बताया कि गाय के गोबर से निर्मित मूर्तियां पर्यावरण और स्वास्थ्य के अनुकूल है। यह जनता को बताएंगे कि केमिकल से दूर रहकर भी जीवन जी सकते हैं।