बालाजी ग्रुप मंदसौर द्वारा रक्तदान
आज से लगभग 12 वर्ष पहले सामाजिक एवं धार्मिक कार्यों में अग्रणी महावीर फतेह करे सेवा संस्था की शुरुआत की गई थी जिसे बालाजी ग्रुप नाम दिया गया था। इसकी शुरुआत रक्तदान के संकल्प के साथ की गई थी। कोरोना महामारी में जिस प्रकार से आक्सीजन की कमी हुई थी उसी प्रकार अभी डेंगू के कारण जिले में खून की कमी पड़ रही है लेकिन बालाजी ग्रुप प्रतिदिन रक्तदान करके जरूरतमंदों की जरूरत दूर कर रहा है। इतने कठिन समय में मंदसौर का बालाजी ग्रुप रक्तदान का एक सराहनीय कार्य कर रहा है।
बालाजी ग्रुप 1 महीने से रोज कर रहा है रक्तदान
प्रदेश में डेंगू के सबसे अधिक मरीज मंदसौर शहर में है और इस संकट के समय में बालाजी ग्रुप 1 महीने से रोजाना रक्तदान कर रहा है। रविवार को भी गुप की कार्यकर्ता अंवतिका ग्वाला ने गरोठ की एक गर्भवती महिला के लिए रक्तदान किया।साथ ही रविवार को कमलवा गरोठ, गणेशराम माली आक्या ने भी रक्तदान किया। बालाजी ग्रुप जिलाध्यक्ष लोकेंद्र मंगल बैरागी ने बताया कि वर्तमान में मंदसौर जिले में डेंगू का प्रकोप होने के कारण मरीज के परिजन रक्त के लिए जूझ रहे हैं। ऐसे में बालाजी गुप लोगों की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ा रहा है।
बालाजी ग्रुप ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के ब्लड ग्रुप की लिस्ट तैयार की है
बालाजी ग्रुप में रक्तदान करने वाले कार्यकर्ताओं के ब्लड ग्रुप की लिस्ट बनाई है। जब भी किसी परिजन को रक्त की जरूरत पड़ती है तो वह बालाजी ग्रुप से संपर्क करता है और ग्रुप के कार्यकर्ता तुरंत जूट जाते हैं। बालाजी ग्रुप के कार्यकर्ताओं ने 19 अगस्त से लेकर 19 सितंबर तक एक महिने में 100 जरूरतमंदों को रक्त दान किया है। मंदसौर में मरीजों की जरूरत दूर करने के लिए 100 किमी दूर दूधाखेड़ी से आकर भी कार्यकर्ता रक्त दे रहे हैं।भारत में दान करने की पथा है। देश में धन और अन्न से अधिक रक्त को महादान माना जाता है।रक्त दान में हम किसी के भविष्य को बचाते हैं और यहीं सही मौका है कि स्वस्थ व्यक्ति आगे आए और रक्त दान करके दुसरो का जीवन बचाएं।