Dengu in Mandsaur
मंदसौर में डेंगू रूकने का नाम ही नहीं ले रहा है। नगरपालिका से लेकर विभाग द्वारा कई प्रयास किए जा चुके हैं लेकिन डेंगू को रोकने में हर प्रयास असफल ही रहा है। अब तो डेंगू से मौत का सिलसिला भी शुरू हो गया है। आज भी डेंगू के कारण एक किशोर की मौत हो गई। सुवासरा तहसील के ग्राम धलपत निवासी 14 वर्षीय रेहान का उपचार कोटा में चल रहा था और उपचार के दौरान अस्पताल में ही उसकी मौत हो गई। संबंधित बीएम ओ को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है और वह 21 सितंबर को गांव में टीम भेज कर जांच करेंगे।
जिले में मरीजों की संख्या 1000 पार हो गई है
जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 1000 पार चली गई है लेकिन प्रशासन फिर भी डेंगू को रोक नहीं पा रहा है। प्रशासन ने रविवार को 735 घरों में लारवा सर्वे कराने का दावा भी किया है। जानकारी के अनुसार पता चला है कि तलपट रहने वाले रेहान की तबीयत करीब 8 दिन पहले खराब हो गई थी। इसके बाद उसके पिता ने रिहान को सुवासरा डॉक्टर को बताया लेकिन वहां पर चार-पांच दिन उपचार चलने के बाद भी असर नहीं हुआ तो उसे गरोठ ले गए। वहां जांच करने के दौरान बच्चा डेंगू पॉजिटिव और पीलिया का मरीज निकला। इसके बाद उसे भवानीमंडी अस्पताल ले जाया गया। वहां से बच्चे को कोटा रेफर कर दिया और वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
मामले की पूरी तरीके से होगी जांच
बच्चे की मौत होने के बाद आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने कोटा अस्पताल से बच्चे की फाइल मांगी है। आज से मामले की जांच शुरू कर दी जाएगी। रविवार को भी जिले में सरकारी आंकड़ों के अनुसार 27 डेंगू के मरीज सामने आए हैं। डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 1000 के पार पहुंच गया है। विभाग ने बताया है कि रविवार को लगभग 735 घरों में लारवा सर्वे भी किया गया है। प्रशासन ने दावा भी किया है कि अभी तक 50000 से अधिक घरों में सर्वे किया जा चुका है। जिले में डेंगू के कारण उन 40 हॉटस्पॉट बने हुए हैं जिनमें से 33 हॉटस्पॉट अकेले शहर में ही है। जिला अस्पताल के साथ ही निजी क्लीनिक और निजी लैब से मिल रहे डेंगू के पॉजिटिव आंकड़े सरकारी आंकड़ों से अलग है। यानी कि जिले में डेंगू के मरीज 2000 हो चुके होंगे।
आपको अपनी स्वच्छता और सुरक्षा स्वयं रखनी है। किसी भी स्थान पर ज्यादा समय तक नहीं बैठे और जिस स्थान पर गंदगी फैली है वहां पर तो बिल्कुल नहीं बैठे। अपने घरों में कई दिनों से भरा हुए पानी को बहा दे।