Dengur se Mandsaur me Death
अभी तक तो रोजाना डेंगू के मामले ही बढ़ रहे थे लेकिन अब डेंगू से मौत का सिलसिला शुरू हो गया है। मंदसौर प्रदेश में डेंगू के मामले में सबसे ऊपर चल रहा है लेकिन फिर भी प्रशासन नींद ही निकाल रहा है। हाल ही में मंदसौर में डेंगू के कारण एक नगरपालिका कर्मचारी की मौत हो गई जिससे विभाग चिंता में आ गया है। वहीं दूसरी ओर सुवासरा के गांव धलपट में डेंगू से 14 वर्षीय मासूम की मौत हो गई। डेंगू से मौतें शुरू होने से प्रशासन और विभाग घबरा गया है। जब इतने दिनों से मामले रोजाना बढ़ रहें थे तब तो विभाग कोई जिम्मेदारी बताने में रूचि नहीं बता रहा था। अब जब मौत का सिलसिला शुरू हो गया है तब जाकर विभाग और प्रशासन की आंखें खुली हैं।
नपा और विभाग की लापरवाही से हुई है ऐसी हालत
डेंगू से शहर की ऐसी हालत प्रशासन और विभाग की लापरवाही के कारण हुई है। जब जिले में डेंगू ने दस्तक दी थी तब विभाग ने लार्वा को नष्ट करने में लापरवाही जताई और सही तरीके से दवाई का छिड़काव नहीं किया और जब डेंगू से मौत का सिलसिला शुरू हुआ तब जाकर प्रशासन लोगों को जागरूक कर रहा है। जिले में सबसे अधिक मरीज मंदसौर शहर और सीतामऊ क्षेत्र से सामने आए हैं लेकिन यहां भी अभी तक सभी जगहों पर ना तो दवाई का छिड़काव किया गया है और ना ही सर्वे किया गया है। सर्वे तो दूर की बात है, शहर में गंदगी को भी नहीं हटाया गया है।अभी भी शहर में जगह-जगह गंदगी और पानी भरा हुआ है। अब जाकर प्रशासन की आंखें खुली हैं।
जहां सबसे पहले हुआ डेंगू वहां अब रैली निकाल कर रहे जागरूक
प्रशासन और विभाग अब जाकर जिन जगहों पर डेंगू के पहले मरीज आए थे वहां अब रैली निकाल कर जागरूक कर रहे हैं। एडीएम आरपी वर्मा द्वारा हरी झंडी दिखाने के बाद रैली रवाना हुई। महाराणा प्रताप बस स्टैंड से रैली को रवाना किया गया और पुरे शहर में रैली निकाली गई। रैली के दौरान नगर वासियों को डेंगू से बचने के उपाय बताए गए। इस दौरान सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे। नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा शहर में फागिंग कराई गई और अनाउंस कराया गया। रैली के माध्यम से एडीएम ने जनता को मलेरिया और डेंगू से बचने के तरीके बताए और सावधान रहने के लिए कहां गया। घरों के आसपास पानी एकत्रित नहीं होने की बात कही।आप अपनी सुरक्षा स्वयं रखे।