इस बार बिजली कंपनी पर कई गुना पैसों का कर्जा आ गया है इसलिए अब बिजली कंपनी का अमला सभी और गांव गांव में जाकर बिजली काट रहा है और पैसे वसूली कर रहा है। घरेलू व व्यवसायिक के साथ औधोगिक क्षेत्र के उपभोक्ताओं पर तीन करोड़ से अधिक रूपए का बकाया है।यह राशि वसुलने के लिए विभाग को पसीना आ रहा है। बकायदारों को संदेश और फोन पर बताया जा रहा है तो विभाग द्वारा घर घर पहुंचकर कनेक्शन भी काटे जा रहे हैं। फिर भी शत-प्रतिशत उपभोक्ता बिजली के बिल जमा नहीं कर रहे हैं। बिजली कंपनी लगातार प्रयास कर रही है।
अभी तक काटे जा चुके हैं बहुत सारे कनेक्शन
बिजली कंपनी द्वारा अभी तक कई सारे कनेक्शन काटे जा चुके हैं। जिले में 2 करोड़ से अधिक घरेलू तो एक करोड़ से अधिक व्यावसायिक उपभोक्ताओं पर राशि बकाया है। हालांकि विभाग द्वारा इनमें से धीरे-धीरे राशि वसूली की जा रही है। विभाग द्वारा की जा रही वसूली की हों रहीं समीक्षाओं के बीच बकायादार विभागीय अमले के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। मंदसौर शहर में ही 2713 व्यवसायिक बकायदारों के एक करोड़ पांच लाख रुपए बाकी है। शहर में ही 8826 उपभोक्ताओं पर दो करोड़ 13 लाख रुपए की राशि बाकी है।
बिजली काटना ही बचा है विभाग के लिए एक मात्र उपाय
शहर में कुछ लोग तो ऐसे हैं कि पिछले चार माह से बिजली बिल दे ही नहीं रहें हैं। ऐसे शहर में 685 उपभोक्ता है जिन पर कुल 45 लाख रुपए की राशि बकाया है। इन पर विभाग ने रिकवरी अभियान के तहत ढाई सौ कनेक्शन काटे हैं। घरेलू में 8826 उपभोक्ताओं का बिल बाकी है।इन पर भी 2 करोड़ 13 लाख रुपए की राशि बाकी है।अब तक विभाग द्वारा 65 लाख रुपए की वसूली की जा चुकी है। इनमें भी 2400 उपभोक्ता ऐसे हैं जो चार माह से बिल जमा नहीं कर रहें हैं। अब तक 452 लोगों के कनेक्शन काटे जा चुके हैं। विभाग पर एक मात्र यही सहारा बचा है कि लोगों के कनेक्शन काट काट कर बिल वसूली की जाए।