Mandsaur Highway
मंदसौर नई आबादी थाना क्षेत्र में हुई गत दिवस हत्या का खुलासा पुलिस ने कंट्रोल रूम पर एसपी डॉ अमित वर्मा ने किया। पुलिस ने इस मामले में ईट भट्ठा संचालक सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी डॉ अमित वर्मा ने बताया कि सूचना मिलने पर 18 अगस्त को मंदसौर बाईपास रतलाम नीमच हाईवे के पास एक अज्ञात शव झाड़ियों में पड़ा हुआ मिला था। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। शव के साथ मिले वोटर आईडी कार्ड की मदद से उसके परिजनों से संपर्क किया। मतक के भतीजे अमरू निवासी पिपलोदा जिला रतलाम के द्वारा कन्हैयालाल उर्फ कनीराम पिता नंदा उम्र 44 साल निवासी पिपलोदा जिला रतलाम के रूप में मृतक की पहचान की गई।
मंदसौर ईट के भट्टे में करता था काम
मृतक के परिजनों से जानकारी ली गई और उन्होंने बताया कि मृतक कन्हैया लाल उर्फ कनीराम सुरेश प्रजापत निवासी शिवना ब्रिज के किनारे ईट भट्टा के पास ईट भट्टे में काम करता था। जो अपने भतीजे अमरू को मजदूरी के बकाया 3 हजार रुपए ईट भट्टा मालिक सुरेश प्रजापत से लेने का बोलकर 16 अगस्त को मंदसौर आया था। मृतक कनीराम उर्फ कन्हैया लाल का शव मिलने के पश्चात से ही ईट भट्टा मालिक सुरेश प्रजापत और उसके यहां काम करने वाला कान्हा उर्फ कन्हैया लाल कुमावत फरार हो गए थे।
पहले आरोपियों को संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया गया था
23 अगस्त को भट्टे के मालिक सुरेश प्रजापत और कान्हा उर्फ कन्हैयालाल कुमावत को संदेह के आधार पर थाने लाकर पूछताछ की गई। जिसमें सुरेश प्रजापत ने बताया कि कन्हैया लाल उर्फ कनीराम के साथ मजदूरी के बकाया ₹3000 के लेन देन में हुए विवाद के दौरान जान से मारने की नियत से पत्थर से मृतक के सिर पर सामने की ओर से हमला किया और चोट पहुंचा कर हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए अपने यहां काम करने वाले कान्हा कृष्ण कन्हैया लाल कुमावत को बुला कर शव को कन्हैया की मदद से अपनी बाइक पर रख कर हाईवे के पास झाड़ियों में छिपा दिया। आरोपी सुरेश प्रजापत अपराधिक प्रवृत्ति का आदमी है और पहले भी 7 साल का कारावास काट चुका है।