मंदसौर में बन रहा संजीत और बीच का कार्य अभी आधा भी पूरा नहीं हुआ है। पटरी पार के 30,000 से अधिक लोगों को शहद से जोड़ने के लिए मेड इंडिया और संजीत मार्ग रोड ओल्ड ब्रिज के काम के चलते बंद पड़ा है। इंडिया और भेज का निर्माण बारिश के बाद किया जाएगा लेकिन संजीत ओवरब्रिज का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। दोनों में से अगर एक और भेज भी पूरा हो जाता है तो लोगों को राहत दी जा सकती है लेकिन कार्य को देखकर ऐसा लग रहा है कि कोई काम करना और करवाना नहीं चाह रहा है।
2 साल में ओवर ब्रिज बनने का किया गया था दावा
संजीत ओवरब्रिज को अभी 2 साल 8 महीने पूरे हो गए हैं जबकि आंकड़ों के अनुसार यह 2 साल में बनकर तैयार हो जाना था। इसमें अधिकारियों की लापरवाही साफ दिख रही है क्योंकि अगर अधिकारी कार्य पर सही ध्यान देते तो अभी शहर के लोगों को परेशान नहीं होना पड़ता। अभी सभी लोगों का भार गीता भवन अंडर ब्रिज पर आ गया है। अधिकारी 2 साल में ब्रिज निर्माण पूरा करने का वादा कर रहे थे लेकिन अभी तक आधा कार्य भी पूरा नहीं हो पाया है। जिम्मेदारियों की लापरवाही के कारण अब यह कार्य पूरा होने में 1 साल लग सकता है। 26.50 करोड़ की लागत में बनाया जा रहा है यह ओवरब्रिज।इस बिज की लंबाई 734 मीटर है।
शहर में जाने के लिए सिर्फ एक ही रास्ता, लोग हो रहे हैं परेशान
संजीत रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज निर्माण के चलते रेलवे ने फाटक बंद कर दिया है और पिछले 2 साल 8 महीनों से यह बंद ही पड़ा है। यहां पर मार्ग बंद होने के कारण यहां से गुजरने वाला यातायात पूरा गीता भवन अंडर ब्रिज से गुजर रहा है। वहीं मेड इंडिया रेलवे फाटक पर भी अंडर ब्रिज निर्माण के चलते उधर के सारे लोग भी गीता भवन अंडर ब्रिज से गुजर रहे हैं जिससे सभी यातायात का भार एक ही रास्ते पर आ गया है। गीता भवन अंडर ब्रिज में यातायात को कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने एकांगी मार्ग बना रखे हैं लेकिन लोग हैं कि मानने को तैयार नहीं है। कई लोगों को महारानी लक्ष्मी बाई चौराहे की तरफ जाना होता है तो वे रॉन्ग साइड में प्रवेश कर रहे हैं। इससे रोज अंडर ब्रिज के यहां जाम की समस्या पैदा हो रही है और लोग परेशान हो रहे हैं। अब अधिकारियों को इस पर ध्यान देकर अंडर ब्रिज के कार्य को जल्द ही पूरा करना होगा और लोगों को राहत प्रदान करनी होगी।