जहरीली शराब कांड मंदसौर में एक और खुलासा हुआ है कि जिन लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई थी उस शराब में एथेनॉल की जगह मेथेनॉल मिला दिया गया था जिससे शराब में जहर की मात्रा अधिक हो गई थी और उसको पीने से लोगों की मौत हो गई। पुलिस द्वारा जब और बारीकी से जांच की गई तो पता चला है कि जहरीली शराब का एक पूरा समूह बन गया था जो सरकारी शराब के समांतर उनका धंधा चला रहा था। इस समूह में मंदसौर ही नहीं बल्कि राजस्थान और इंदौर के लोग भी मौजूद थे। शराब प्रतापगढ़ के राजेंद्र सिंह द्वारा बनाई जा रही थी और उसके बाद पिपलिया मंडी के जितेंद्र सिंह के जरिए पूरे मंदसौर और पिपलिया मंडी में पहुंचाई जा रही थी।
अभी हुई मौतों में शराब में मिथेनॉल मिला दिया गया था
अभी हुई मौतों में इंदौर के सप्लायर की गलती थी जिसने इथेनॉल की जगह मेथेनॉल भेज दिया था। वहां से राजेंद्र सिंह द्वारा ड्रम खरीदा गया था। पुलिस ने वादा किया है कि इस पूरी चैन को तोड़ दिया जाएगा। अभी तो यह भी कहा जा रहा है कि यह जहरीली शराब ठेकों पर से भी बिक रही है।एसपी सिद्धार्थ चौधरी ने बताया कि यह मामला 25 जुलाई से शुरू हुआ था जब गांव खंखराई में शराब पीने से मौत होने की शिकायत दर्ज हुई। उसके बाद पुलिस ने मामले की जांच की और धीरे-धीरे आरोपियों को गिरफ्तार करना शुरू किया। आरोपियों को शराब सुजानपुरा के जितेंद्र सिंह और जयपाल सिंह करते थे जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।यह दोनों शराब प्रतापगढ़ से खरीदते थे। धीरे धीरे मामला आगे बढ़ रहा है।
पुलिस के डर से जंगल में छुपा दिए थे खाली क्वार्टर और ढक्कन
राजेंद्र सिंह और नेपाल सिंह दोनों गांव में ही शराब का निर्माण करते हैं। इसके लिए सारा कच्चा माल इंदौर निवासी श्याम सिंह पहुंचाता है। जब इनको पता चला कि मामले की तेजी से जांच हो रही है और सभी आरोपियों तक पुलिस पहुंच रही है तो इन्होंने अपने पास मौजूद खाली क्वार्टर और ढक्कन साथी प्रेम सिंह सोंधिया की जानकारी में जंगल में छुपा दिए। पुलिस द्वारा जांच करने पर जंगल में 20 कट्टे खाली क्वार्टर और 4 कार्टून ढक्कन के जब्त कर लिए हैं। राजेंद्र सिंह और नेपाल सिंह के पास से शराब बनाने के उपकरण जब्त किए जा चुके हैं। पुलिस ने अभी तक कार्यवाही में 40 क्वार्टर, 442 अधजले क्वार्टर, 360 जले हुए ढक्कन, मोटरसाइकिल, एक कार, 20 कट्टे खाली क्वार्टर और 4 कार्टून ढक्कन सहित शराब बनाने के उपकरण जप्त कर लिए गए हैं। यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच गया है और अब उनके विरोध में नियम भी आ सकता है। पुलिस जहरीली शराब के पूरे समूह को बकरे की और इनकी चैन तोड़ेगी।