जिले में लगभग कोरोना भी खत्म हो चुका है और लोगों का डर भी दूर हो गया है। अभी राखी और दिवाली का जोहर भी आने वाला है इसलिए बाजारों में भीड़ लगी हुई है। लोग अपनी जरूरतों का सामान लेने बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। शहर के मुख्य मार्गों पर बार-बार जाम की स्थिति बन रही है क्योंकि शहर में आने वाले मुख्य मार्ग पर मवेशियों ने डेरा बना रखा है। मवेशियों के मुख्य मार्ग पर बैठने से वाहन चालकों को परेशानी हो रही है। कई बार तो मवेशियों के कारण सड़कों पर दुर्घटना भी हो रही है लेकिन नगरपालिका और प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा है। मवेशियों की हालत भी नाजुक हो रही है और उनकी आंखों में उनका दर्द दिख रहा है लेकिन प्रशासन इन पर कुछ भी कदम नहीं उठा रहा है।
नगरपालिका सिर्फ कागजों में चलाती है अभियान
जैसे ही कोई सा भी त्योहार नजदीक आता है नगरपालिका अभियान तो जला देती है लेकिन वह सिर्फ कागजों में ही चलता है। सिर्फ 2 या 3 दिन अभियान पर का होता है और फिर नगर पालिका चुप बैठ जाती है। अबकी बार तो नगरपालिका ने बिल्कुल भी इस और ध्यान नहीं दिया है। शहर में बारिश का दौर खत्म होने के बाद मवेशियों ने मुख्य मार्गों और चौराहों पर आना शुरू कर दिया है। प्रशासन इस और ध्यान नहीं दे रहा है और नाही मवेशियों को सुरक्षित कर रहा है। प्रशासन बड़े बड़े वादे जरूर कर लेता है लेकिन सत्ता में आने के बाद सब कुछ भूल जाता है। सड़कों पर घूम रही मवेशियों को प्रशासन की तरफ से कोई भी सुविधा नहीं मिल रही है इसलिए वहां बीच चौराहे पर आकर बैठ जाती है और उनकी आंखों में उनका दर्द साफ दिख रहा है।
सड़क हादसों की संभावना हमेशा बनी रहती है
वाहन चालकों का कहना है कि मवेशियों के बीच रोड पर बैठे रहने से जब बड़े वाहन आते हैं दो हादसे होने की संभावना काफी अधिक हो जाती है। अधिकारियों को जब यह परेशानी बताई तो वह अभी भी सिर्फ अभियान चलाने की बात ही कर रहे हैं। पहले ही शहर में आने वाली सड़कों की हालत खराब हो रही है और जगह-जगह गड्ढे हो रहे हैं। उसके बाद सड़कों पर मवेशियों का डेरा लगा रहता है जिससे वाहन चालक और मवेशियों की तरफ ध्यान देता है और घटना की संभावना बढ़ जाती है। अधिकतर दोपहिया वाहन वाले लोग दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। सीतामऊ फाटक वाले मार्ग पर मवेशियों के कारण वाहन चालकों को परेशानी हो रही है साथ ही वहां रहने वाले हैं रहवासियों को भी परेशानी हो रही है। नगर पालिका द्वारा पिछले महीने अभियान चलाया गया था जिसमें सोम वासियों को पकड़ा गया था लेकिन फिलहाल कोई अभियान नहीं चलाया गया है।