मंदसौर जिले में पुलिस द्वारा एक व्यक्ति की बेरहमी से पिटाई करने पर हत्या का आरोप परिजनों ने पुलिस पर लगाया है। अपने जमाई की मौत पर परिजन ने पुलिस कस्टडी में पिटाई के बाद मौत होने का आरोप लगाया और शव लेने से भी इनकार कर दिया। मांग की जांच करके दोषियों पर हत्या का मामला दर्ज किया जाए एवं मृतक के परिजन को आर्थिक सहायता दी जाए यह मांग की गई है। मल्हारगढ़ टीआई का कहना है कि राजस्थान पुलिस आई थी, पुलिस कस्टडी में मौत नहीं हुई है बल्कि तबीयत बिगड़ने पर युवक की मौत हुई है और परिजन पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस द्वारा पिटाई करने पर व्यक्ति की मौत हुई है।
छोटी सादड़ी पुलिस आई थी, कस्टडी में नहीं हुई है मौत
बरखेड़ा पंथ ससुराल में 1 वर्षों से रह रहे राजस्थान के नारायणी छोटी सादड़ी निवासी मिट्ठू लाल उम्र 35 वर्ष पिता उदयलाल बावरी की जिला अस्पताल में मौत हो गई। उसके बारे में अनिल ने बताया कि मंगलवार को मिट्ठू लाल के ससुर बरखेड़ा पंथ निवासी रामेश्वर व सांस घर पर नहीं थे। पत्नी सुमित्रा और बच्चे घर पर ही थे। दोपहर करीब 12:00 बजे मल्हारगढ़ पुलिस वाहन में सवार होकर आए और मिट्ठू लाल को थाने ले गई। सुमित्रा बाई ने बताया कि वह बस के द्वारा मल्हारगढ़ थाने पहुंची और दोपहर करीब 3:00 बजे तबीयत खराब होने का कह कर पुलिस ने मल्हारगढ़ अस्पताल में भर्ती करा दिया। उनकी हालत गंभीर बताकर मंदसौर अस्पताल रेफर कर दिया गया और अंश और अस्पताल में करीब 4:00 बजे मिट्ठू लाल को मृतक घोषित कर दिया गया। इस पर परिजनों ने हंगामा मचा दिया लेकिन मल्हारगढ़ टीआई नरेंद्र यादव का कहना है कि मिट्ठू लाल लूट के मामले में फरार था और इसे छोटी सादड़ी पुलिस लेने आई थी। पुलिस ने उसके साथ मारपीट नहीं की है बड़ी की तबीयत खराब होने से उसकी मौत हुई है।
पुलिस की पिटाई से शरीर पर आए चोटों के निशान
युवक के शरीर पर पुलिस द्वारा की गई पिटाई के कारण चोटों के निशान बन गए थे लेकिन पुलिस का कहना है कि यह निशान कुछ दिनों पहले एक दुर्घटना में घायल होने के कारण व्यक्ति के शरीर पर आए हैं। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि मल्हारगढ़ पुलिस ने मिट्ठू लाल को थाने में बेरहमी से पीटा है जिससे उसके शरीर पर गंभीर चोटें आई है और इसी कारण युवक की मृत्यु भी हुई है। परिजन का कहना है कि मारपीट करने वाले दोषी अधिकारी और पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए। मिट्ठू लाल की पत्नी और दो लड़के एवं एक लड़की के परवरिश के लिए आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाए। अन्यथा हम शरीर को सड़क पर रखकर प्रदर्शन करेंगे।