मंदसौर की कृषि उपज मंडी में बंपर आवक आने के कारण मंडी प्रशासन घबरा गया है। प्रतिवर्ष जैसे इस बार भी मंडी के बाहर अभी से लंबी कतारें लगना शुरू हो गई है। अभी तो ना सोयाबीन की फसल आई है और ना ही प्याज की फसल आई है लेकिन फिर भी मंडी में इतनी लंबी कतार लगने का कारण 3 दिनों से मंडी का अवकाश है। बंपर आवक के कारण प्रांगण तो बोना साबित हो गया लेकिन मंडी प्रशासन व्यवस्था सुधारने में थक गया। मंडी में 3 दिनों तक अवकाश रहेगा इसलिए किसान अधिक संख्या में यहां पहुंच रहे हैं और इसी कारण यहां पर इतनी लंबी कतारें बन गई है। मंगलवार शाम से ही यह स्थिति बनी हुई है कि मंडी गेट के बाहर हजारों की संख्या में वाहन खड़े हैं। प्रांगण के अंदर और बाहर कहीं भी बिल्कुल जगह खाली नहीं बची है।
गुरुवार को ही मंडी संचालन होगा उसके बाद 23 अगस्त को नीलामी होगी
ढाई हजार से अधिक ट्रैक्टर और ट्राली 24 घंटे तक कतारों में लगे रहे उसके बाद जाकर वाहनों को मंडी में प्रवेश मिला है। बंपर आवक और हजारों की संख्या में किसानों की भीड़ के बीच सिर्फ गुरुवार को ही मंडी का संचालन किया जाएगा। इसके बाद 23 अगस्त को मंडी में नीलामी की जाएगी। बंपर आवक पर किसानों की बड़ी संख्या के कारण व्यवस्थाएं भी बढ़ी और इसी कारण किसान भी परेशान हो रहे हैं। मंडी प्रांगण में बुधवार को 30 हजार से अधिक बोरियों की आवक हुई है। यह संख्या सिर्फ मंडी में आने वाले किसानों के अनाज की है बाकी मंडी के बाहर खड़े हजारों की संख्या में किसान अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे हैं।
3 किलोमीटर लंबी लाइन, बारिश से बचाने की भी जिम्मेदारी
मंडी में अवकाश के चलते किसानों की संख्या भी अचानक बढ़ गई है। मंगलवार की शाम से मंडी के बाहर लंबी कतारें लग गई और बुधवार को भी यही स्थिति बनी रही। मंडी प्रांगण में जहां लोगों को जगह नहीं मिली वहीं मंडी के बाहर भी लंबी कतारें लगी रही। किसान ट्रैक्टर ट्राली से लेकर लोडिंग वाहनों में अपनी उपज को लेकर इंतजार कर रहे हैं। लगभग 3 किलोमीटर लंबी लाइन में ढाई हजार से अधिक ट्रैक्टर ट्राली और लोडिंग वाहन दिख रहे हैं। लंबी कतारों के कारण मंडी के यहां पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रही और आसमान में मंडरा रहे बादलों ने भी किसानों की चिंता बढ़ा दी चौकी एक तो 3 किलोमीटर लंबी लाइन में खड़ा रह कर इंतजार करना पड़ रहा है और ऊपर से बारिश की चिंता भी किसानों को सता रही है। किसानों की अधिक भीड़ होने का कारण किसानों को खुले आसमान में रात गुजारनी पड़ रही है। मंडी की इस व्यवस्था में सुधार नहीं होने के कारण किसानों को परेशान होना पड़ रहा है और आने वाले समय में भी किसानों को चार-पांच दिनों तक लाइन में लगना पड़ेगा क्योंकि इस बार प्याज का रकबा बहुत अधिक है। इसलिए प्रशासन को अभी से प्लानिंग के साथ कार्य करना होगा तभी आने वाले समय में स्थिति को संभाला जा सकता है।