बीते 4 अगस्त को रूपा नदी में तीन लोग बहती नदी की पूल पार करते समय बह गए थे। जिनमें से एक व्यक्ति तैरकर बाहर आ गया था और दो लोग लापता हो गए थे। इसके लिए राजस्थान का संयुक्त दल लोगों की खोज में लगा हुआ था और सबको आस लगी हुई थी कि दोनों व्यक्ति जिंदा मिलेंगे लेकिन यह आस शुक्रवार को समाप्त हो गई। दोनों लोगों के शव घटनास्थल से आठ किलोमीटर की दूरी पर मिल गए हैं। मध्यप्रदेश और राजस्थान के संयुक्त दल द्वारा काफी खोजबीन करने के बाद इनकी लाशें मिली है।
52 घंटे की मशक्कत के बाद मिले लोगों के शव
लगभग 52 घंटे की मेहनत के बाद दोनों लोगों की लाशे मिली है। इनमें से एक 21 वर्षीय गोविंद पुत्र मोहनलाल मेघवाल निवासी लौटखेडी निवासी का शव भैसोदा नगर परिषद क्षैत्र के पास रूपा नदी में दिखाई दिया।इसे मुख्य नपा अधिकारी सुरेश यादव की देखरेख में नगर परिषद कर्मचारियों ने नदी से निकाला। गांव कैसोदा के पास रूपा नदी में ही 20 बर्षीय विक्की पुत्र चंदा मेघवाल निवासी लौटखेडी का शव भी मिला। दोनों के शव पोस्टमार्टम करके परिजनों को सौंप दिए गए हैं।
लोगों के बार बार मना करने पर भी वह नहीं माने
उल्लेखनीय है कि 4 अगस्त को रूपा नदी में बाढ़ के चलते पुलिया पर दो फिट पानी बह रहा था।वह तीनों लोग तेजी से आए और नदी पार करने लगे। वहां नदी के पास खड़े लोगों ने उनको बहुत बार मना भी किया लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी और नदी पार करने लगे।इसी बीच पुलिया के बीच पहुंचते ही उनका संतुलन बिगड़ गया और वह नदी में बह गए। उनमें से एक युवक तैरकर बाहर आ गया और बाकी बचे हुए दो लोग नदी में बह गए। विक्की और गोविंद नदी में बह गए। उसके दो दिनों बाद उन लोगों के नव मिल गये है।
कृपया आपसे निवेदन है कि आप कभी भी कितने ही बड़े काम में फंसे हो लेकिन कभी भी बहती नदी पार नहीं करें।