Pradhanmantri garib anna kalyan yojna 2021
कोरोना महामारी के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीब कल्याण योजना 2021 शुरू की थी। इस योजना के अंदर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीब परिवारों को अनाज देने की बात कही थी जिसमें उन मजदूरों को शामिल किया गया था जो लॉकडाउन के कारण अपने घर पर आ गए थे और उनको कोई रोजगार नहीं मिल रहा था। आज हम आपको बताएंगे क्यों क्या यह योजना सफल रही है और क्या आप भी इसमें आवेदन कर सकते हैं या नहीं। ऐसी बहुत सारी योजनाएं हैं जो कुछ लोगों को पता नहीं है और वह फायदा नहीं उठा पा रहे हैं। इसलिए आज हम आपको प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के बारे में पूरी जानकारी देंगे।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना 2021 क्या है
देश में कोरोना महामारी के दौरान सभी सार्वजनिक और public place को बंद कर दिया था यानी कि देश में लोक डाउन लगा दिया गया था। लोक डाउन के दौरान फैक्ट्रियों में कार्य कर रहे मजदूरों को अपने घर लौटना पड़ा था इस दौरान उनको काफी समस्याओं का सामना भी करना पड़ा। जब मजदूर घर पहुंच गए तो उनको रोजगार नहीं मिल रहा था तब सरकार ने घर लौटे मजदूरों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा। सरकार ने उन मजदूरों को प्रतिमाह अन्य दिया जो विभिन्न स्थानों से अपने घर लौटे थे। यह भारत सरकार की विशेष खाद्यान्न वितरण योजना है। इस योजना में गरीब मजदूरों को प्रतिमाह गेहूं और चावल दिया जा रहा है हालांकि पहले की योजनाओं में शामिल 1 किलोग्राम दाल इसमें नहीं दी जा रही है।
इस योजना का उद्देश्य क्या है
इस योजना के अंतर्गत परिवार के प्रत्येक सदस्य को प्रतिमाह 5 किलो अनाज और 1 किलो चने निशुल्क दिए जाएंगे और इसमें पूरे परिवार के आंकड़े से अन्ना दिया जाएगा। योजना में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के तहत मई और जून 2021 में 2 माह के लिए लाभार्थियों को मौजूदा खाद्यान्न की पात्रता के अतिरिक्त प्रतिमाह 5 किलोग्राम अतिरिक्त खाद्यान्न उपलब्ध कराना है। इसमें राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 में आने वाली दोनों श्रेणियों अंत्योदय अन्न योजना, pirority householders के लाभार्थियों को शामिल किया गया है। अगर आप भी किसी दूसरे स्थान पर कार्य करते थे और महामारी के कारण घर पर आ गए हैं तो आप इस योजना के लिए आवेदन दे सकते हैं। जिसमें आपको पंचायत को सबूत देना होगा कि आप किसी अन्य राज्य स्थान पर कार्य करते थे और महामारी के कारण घर आ गए हैं।