Pipliyamandi Toll Plaza
पिपलिया मंडी में बने टोल पर स्थानीय लोगों से भी टोल वसूला जा रहा था लेकिन उनको बताया नहीं जा रहा था। जब इसके बारे में पता चला तो कांग्रेस महामंत्री श्यामलाल जाकचंद समर्थकों के साथ टोल प्लाजा पहुंच गए और करीब 1 घंटे तक हंगामा किया और उसके बाद सेंसर को उखाड़ फेंका। इस दौरान हाईवे पर जाम लग गया और दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें भी लग गई। 1 घंटे के प्रदर्शन के बाद लोकल वाहनों के लिए निकलने वाले टोल बूथ पर फास्ट्रेक से राशि काटने के लिए लगे सेंसर को क्रेन मशीन के जरिए उखाड़ फेंका। प्रशासन ने लोगों की समय की बचत के लिए गाड़ियों में फास्ट्रेक का सिस्टम लागू किया था लेकिन टोल प्लाजा वाले इसका गलत फायदा उठा कर स्थानीय लोगों से भी पैसे ले रहे थे।
पैसे लेकर लोगों को बताया भी नहीं जा रहा था
फास्ट्रेक के द्वारा पैसे लेने के बाद लोगों को पता भी नहीं चल रहा था कि उनके पैसे काट लिए गए हैं। कुछ दिनों से क्षेत्र के वाहनों पर लगे फास्ट्रेक से जब वाहन चालक के खाते से राशि काटी जाने लगी तो उन्होंने विरोध जताया। शुक्रवार को दोपहर 3:00 बजे प्रदेश कांग्रेस महामंत्री जोकचंद्र समर्थकों के साथ टोल प्लाजा पहुंचे और यहां टोल मैनेजर दिनेश चंद रावत से चर्चा की एवं लोकन बाहर निकलने के लिए लगे बूथ पर लगे सेंसर कैमरे को हटाने के लिए कहा गया। जोक चंद्र ने आरोप लगाया कि टोल प्लाजा प्रबंधन द्वारा मनमानी की जा रही है। मल्हारगढ़ तहसील के वाहनों से वसूली की जा रही है। जोक चंद्र ने बताया कि टोल प्लाजा के आसपास क्षेत्र के होने के कारण वाहन चालक टोल से निशुल्क निकलते हैं लेकिन कुछ दिनों से टोल प्रबंधन ने लोकल लोगों के लिए भी सेंसर लगा दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले ही टोल गलत जगह लगा हुआ है और उसके बाद मल्हारगढ़ के निवासियों को परेशान किया जाएगा तो यह बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होगा।
1 घंटे के हंगामे के बाद हटाया गया सेंसर
करीब 1 घंटे तक कांग्रेस मंत्रियों सहित कुछ लोगों ने टोल पर हंगामा किया जिसके कारण टोल के दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। कांग्रेस महामंत्री जोक चंद्र ने चेतावनी दी कि हम यहां से तभी हटेंगे जब लोकल बूथ पर लगे सेंसर को खोला जाएगा। बाद में क्रेन मंगवाई गई और क्रेन मशीन द्वारा लोकल फास्टैग का बैनर हटवाया गया और लोकल वाहन का बैनर लगाया गया। इस अवसर पर कमलेश पटेल, धर्मेंद्र धनगर, प्रकाश राठौड़, महेंद्र पाटीदार, विनोद पटेल ,श्यामलाल, किशोर रोजानी, राजेश भारती, भूपेंद्र महावर, मनोहर सोनी ,जय सालवी, जुझार सिंह काम लिया, देवराज गुर्जर गोविंद सिंह लिंबावास आदि उपस्थित थे।