जहरीली शराब के कारण मंदसौर में मौतों का सिलसिला रुक नहीं रहा है और पुलिस की जांच भी नहीं रुक रही है। प्रतिदिन नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं। सबसे पहले यह पता चला है कि जहरीली शराब का नेटवर्क राजस्थान सहित पूरे मध्यप्रदेश में फैला हुआ है उसके बाद धीरे धीरे आरोपियों को पकड़ा गया और उसके बाद पता चला कि लोग शराब बनाने के ठिकाने थोड़ा-थोड़ा दिनों में बदलते रहते थे। इसके बाद अब ऐसा खुलासा हुआ है कि आप भी सुन कर हैरान हो जाएंगे कि प्रदेश के करणी सेना अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर में इस पूरे प्लान को तैयार किया था और प्रदेश में जहरीली शराब बेचने का प्लान बनाया था।
करणी सेना अध्यक्ष ने बनाया था शराब बनाने का प्लान
प्रदेश के करणी सेना अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर और एक और आरोपी रंजीत सिंह ने मोहिन खान से रतलाम के राज वाली ढाबे पर मुलाकात की थी और वहां पर जीवन सिंह शेरपुर ने उनको कहा था कि लॉकडाउन में शराब की फैक्ट्री खोलने से हमें बहुत फायदा होगा। जीवन सिंह पहले से ही मोइन खान के मामू शादाब खान निवासी देवास को पहले से ही जानता था। शादाब खान और उसके भाई पिछले कई वर्षों से अवैध शराब का धंधा चला रहे थे इसलिए जीवन सिंह शेरपुर ने शराब फैक्ट्री खोलने में उनकी मदद ली। उनका अवैध धंधा इंदौर, मंदसौर और धार के अलावा आसपास के राज्यों में भी फैला हुआ है। जीवन सिंह के कहने पर मोइन खान ने एक दिन अपने मामू से बात की और उन्हें ढाबे पर बुलाया। उसी ढाबे पर इन पांचों ने मिलकर फैक्ट्री लगाने का प्लान बनाया था।
अपराधियों का पहले से ही अपराधिक रिकॉर्ड है
जिन जिन आरोपियों को जहरीली शराब कांड के दौरान पकड़ा गया है उन आरोपियों का पहले से ही अपराधिक रिकॉर्ड दर्ज है। आरोपित मोहिन के खिलाफ जावरा औद्योगिक क्षेत्र व रिंगनोद थाने पर मादक पदार्थ और शराब के 3 प्रकरण दर्ज है। वही जीवन सिंह के खिलाफ शराब, मारपीट, शासकीय कार्य में बाधा, धोखाधड़ी, जानलेवा हमला आदि के विभिन्न थानों पर 8 प्रकरण दर्ज है। पहले जीवन सिंह शेरपुर पर जिला बदल के तहत भी कार्रवाई की गई थी।रणजित सिंह के खिलाफ शराब, धोखाधड़ी, मारपीट आदि के छह मामले दर्ज हैं।अन्य आरोपियों का भी अपराधिक रिकॉर्ड खोजा जा रहा है। गांव झर में भी अवैध शराब की फैक्टरी पकड़ी गई है।यह सोहनगढ से संबंधित है या नहीं, इसकी जांच की जा रही है।