कोरोना खत्म, बलात्कार चालू: मंदसौर जिले की नाबालिग के साथ दो चिकित्सा कर्मचारियों ने महिला कर्मचारी की मदद लेकर छह सात महीने तक किया शारीरिक शोषण, लड़की का देह व्यापार भी किया

 

देश में कोरोना गया नहीं और बलात्कार के मामले शुरू हो गए। बलात्कार के मामलों में कोरोना महामारी के कारण कमी आई थी लेकिन जैसे ही देश में कोरोना महामारी खत्म होने लगी वैसे ही देश के कोने कोने में से प्रतिदिन बलात्कार की खबरें मिलने लगी है। एक ऐसी ही घटना मंदसौर में फिर से घटित हुई है जहां पर एक नाबालिक बच्ची का शारीरिक शोषण अस्पताल के 2 कर्मचारियों द्वारा किया गया। घटना मंदसौर जिले के भानपुरा तहसील की है जहां पर एक 16 वर्ष की नाबालिक बच्चे को दसवीं पास करा कर नौकरी दिलाने का वादा किया और झालावाड़ चिकित्सालय के दो कर्मचारियों ने एक महिला कर्मचारी की मदद से नाबालिक बच्ची का छह-सात महीनों तक शारीरिक शोषण किया।

उसके बाद बच्ची को देह व्यापार में धकेल दिया गया

आरोपियों ने बच्चे के साथ शारीरिक शोषण किया और उसके बाद बच्ची को देह व्यापार के दलदल में धकेल दिया। यह मामला कई महीनों से चल रहा था लेकिन बच्ची को उनके चंगुल से भागने का मौका नहीं मिल रहा था और जैसे ही लड़की को मौका मिला वहां वहां से भाग निकली। लड़की के गायब होने पर स्वजनों ने भैसोदा चौकी में शिकायत दर्ज करवाई उसके बाद पुलिस ने जब जांच की तो घटना का पर्दाफाश हुआ। लड़की के गायब होने की शिकायत दर्ज होने के बाद गरोठ एसपी महेंद्र तारणेकर ने एक टीम गठित की। पुलिस की गठित की गई टीम मामले की जांच में लग गई और लड़की को लोकेशन ट्रैक करके झालावाड़ में खोज लिया गया।

नाबालिक दादी का इलाज कराने झालावाड़ चिकित्सालय गई थी

थाना प्रभारी कमलेश सिंगार ने जानकारी देते हुए बताया कि करीब 1 वर्ष पहले नाबालिग लड़की अपनी चाची का ऑपरेशन करवाने के लिए झालावाड़ चिकित्सालय गई थी। वहां पर लड़की ने सिक्योरिटी गार्ड लाखन सिंह और सहायक स्वास्थ्य कर्मी सीमा से पहचान बना ली। लड़की ने उनको अपने मोबाइल नंबर दे दिए थे। लड़की जब अपने गांव चली गई तो उन दोनों ने लड़की को दसवीं पास कराना है और नौकरी दिलाने का वादा किया और उसके बहाने उसे बार-बार झालावाड़ बुलाने लगे। उसके बाद छह सात महीनों तक उन्होंने लड़की के साथ दुष्कर्म किया और उनके एक और साथी रामबाबू से भी दुष्कर्म करवाया।

1 दिन लड़की घर पर वापस नहीं लौटी

लड़की के साथ सिर्फ दुष्कर्म नहीं किया जाता था बल्कि लड़की को दसवीं पास कराने के बहाने उसके साथ तांत्रिक क्रिया की जाती थी और दूसरों से ₹5000 लेकर लड़की को देह व्यापार में धकेल दिया गया। 25 जुलाई को जब नाबालिक 2 दिन से घर नहीं लौटी तो स्वजनों ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। जांच करने के बाद पुलिस ने लाखन सिंह, सीमा और रामबाबू को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों पर धारा के अनुसार मामला दर्ज किया गया है और गिरफ्तार कर लिया गया है। लड़की को उसके स्वजनों को सौंप दिया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *