मंदसौर के बीमा हॉस्पिटल में पदस्थ बाबू सत्यनारायण सोनी को लोकायुक्त की टीम ने ₹25000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया है। स्टाफ नर्स निर्मला सोनी की शिकायत पर लोकायुक्त ने कार्यवाही की है।एरियर की दो लाख से ज्यादा राशि निकालने के एवज में बाबू नर्स से ₹25000 की मांग कर रहा था। बाबू ने कार्यालय में पहुंचकर जैसे ही नगद रुपए दिए लोकायुक्त ने तुरंत जाकर बाबू को रंगे हाथों पकड़ लिया। जब टीम ने को पकड़ा था बाबू बोलने लगा कि यह पैसे उधारी के पैसे थे।
जिला अस्पताल में सोनी ग्रेड 3 पर पदस्थ है
जिला अस्पताल में सत्यनारायण सोनी सहायत ग्रेड 3 पर पदस्थ है। आरोपी बाबू अपनी सहकर्मी स्टाफ नर्स निर्मला सोनी से वेतन के एरियर के रूपये 200000 का भुगतान करने के लिए 25 हजार की रिश्वत मांग रहा था। फरियादी निर्मला सोनी की शिकायत पर उज्जैन लोकायुक्त निरीक्षक बसंत श्रीवास्तव की टीम ने जाल बिछाकर आरोपी बाबू को ₹25000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। मौके पर पंचनामा बनाने के साथ ही पूरी कार्यवाही लंबे समय तक चली। इस दौरान यहां पर हड़कंप मच गया। बाबू सोनी का कहना है कि उसे फसाया गया है।
नर्स ने परेशान होकर लोकायुक्त ने की थी शिकायत
फरियादी या निर्मला सोनी ने बताया कि स्टाफ नर्स के पद पर पदस्थ है और सेवानिवृत्ति के 9 माह बचे हैं। हर बार बाबू राशि मांगता है। राशि रुकी हुई थी। वह निकली तो उसके लिए 25 हजार की राशि मांगी थी। हर बार राशि बाबू ले रहा था। नर्स ने कहा कि मेरी बहना का प्रकरण भी बाबू ने अटका रखा था। बाबू को नकद ₹25000 दिए थे। इससे परेशान होकर निर्मला ने लोकायुक्त टीम को शिकायत की थी। 15 जुलाई को की थी निर्मला ने लोकायुक्त टीम को शिकायत। शिकायत पर बाबू की आवाज रिकॉर्ड करवाई गई जिसमें बाबू कह रहा था कि मुझे पूरे 25000 चाहिए वरना पेंशन रुकवा दूंगा और पैसे रिकवरी के लिए डाल दूंगा। ऐसे में कार्यवाही करते हुए बाबू कार्यालय में ही रंगे हाथों पकड़ा गया है।