कोरोना महामारी की दूसरी लहर थम गई है इसके साथ ही तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है इसको लेकर मंदसौर में स्वास्थ्य सेवाओं समेत तमाम जरूरी संसाधनों की तैयारी की जा रही है। इसी बीच मंदसौर में अब कोरोना मरीजों की जांच के लिए तैयार हुई आरटी पीसीआर लैब को भी कार्य शुरू करने की मंजूरी मिल गई है। तमाम जरूरी परीक्षणों के बाद अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स भोपाल ने शुक्रवार को कार्य प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान कर दी। एम्स भोपाल के निदेशक प्रो डॉ रमन सिंह इस आशय का पत्र भी मंदसौर स्वास्थ्य विभाग को भेज दिया। उन्होंने मंदसौर की rt-pcr को सभी तकनीकी परीक्षणों में सफल बताते हुए इसे कार्य प्रारंभ किए जाने की अनुमति प्रदान कर दी।
पहले जांच के लिए सैंपल रतलाम भेजे जाते थे
दरअसल कोरोना की दूसरी लहर में मंदसौर में कोरोना के लिए आरटी पीसीआर लैब नहीं होने के कारण जांच के लिए सैंपल रतलाम व अन्य शहरों में भेजने पढ़ रहे थे। लेकिन यदि लैब मंदसौर में ही स्थापित हो जाती है तो एक ही दिन में जांच रिपोर्ट आ सकती है। लैब के लिए जिला मंझनपुर विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने मंदसौर के बड़े अस्पताल परिसर में ही आरटी पीसीआर लैब की स्थापना के लिए उन्होंने पहले 2500000 रुपए की राशि विधायक निधि से स्वीकृत की थी। और आवश्यकता लगी तो विधायक निधि से ₹1000000 की अतिरिक्त स्वीकृति प्रदान की जाएगी।
पहले किसी को बिना बताए हो चुकी है 2 सेंपलो की जांच
यशपाल सिंह सिसोदिया ने कहा कि एम्स भोपाल ने अपनी तकनीकी परीक्षण की प्रक्रिया के दौरान दो बार बिना किसी को बताए कोरोना जांच सैंपल मंदसौर की लैब में भेज दिए थे और इनकी परीक्षण रिपोर्ट भोपाल की भेजी गई भोपाल में इन सैंपल की जांच की गई। जांच करने के बाद पता चला कि दोनों तरफ की जांच एक जैसी पाई गई है। इसलिए इसे शुक्रवार को प्रारंभ किए जाने की अनुमति प्रदान कर दी। उन्होंने बताया कि मंदसौर में rt-pcr ले प्रारंभ होने से अब मंदसौर के साथ ही नीमच जिले को भी फायदा मिलेगा। इन दोनों जिलों की जांच रिपोर्ट इस लैब से एक ही दिन में तैयार हो जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए मंदसौर में पुख्ता तैयारियां की जा रही है इसमें अब आरटी पीसीआर लैब की स्थापना होने से बड़ी सुविधा मंदसौर में ही प्रारंभ हो जाएगी।