भानपुरा क्षेत्र की बासौदा मंडी पुलिस चौकी में 30 आबादी वाली शासकीय भूमि सर्वे क्रमांक 2015 रकबा एक हेक्टेयर 811 आरी के शासकीय रिकार्ड में हेराफेरी कर अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर स्वत्व के प्रमाण पत्र देने और नामांतरण करने वह दस्तावेज में हेराफेरी करने के चलते मंगलवार पुलिस थाना भानपुरा में नगर परिषद यशोदा के मुख्य नगरपालिका अधिकारी सुरेश यादव एवं प्रशासक तहसीलदार राकेश यादव की रिपोर्ट पर अताउर रहमान पिता मुजीबर रहमान निवासी यशोदा तहसील भानपुरा, रमेश चंद्र गुर्जर पिता गोवर्धन गुर्जर निवासी ढाबा तहसील भानपुरा, इंदर सिंह राजपूत पिता भारत सिंह राजपूत निवासी भैसोदा तहसील भानपुरा, भंवर सिंह चंद्रावत निवासी भानपुरा, रमेश चंद्र राजावत पिता सुखदेव रावत निवासी भवानीमंडी जिला झालावाड़ राजस्थान एवं पूर्व सचिव ग्राम पंचायत भैसौदा ईश्वर बोहरा के खिलाफ अपराध क्रमांक 0342/2021 भारतीय दंड संहिता अधिनियम 1860 की धारा 420, 409, 467, 468 एवं 120 में प्रकरण दर्ज किया गया है।
यादव बंधुओं ने की थी एसडीएम वर्मा को शिकायत
मामले की शिकायत यादव बंधुओं ने एसडीएम वर्मा को की थी। उपरोक्त व्यक्तियों के खिलाफ मुख्य नगरपालिका अधिकारी सुरेश यादव नगर परिषद भैसोदा के लिखित आवेदन पत्र के आधार पर प्रथम दृष्टया ईश्वर बोहरा पूर्व सचिव ग्राम पंचायत भैसोदा और सभी आरोपियों के विरुद्ध शासकीय भूमि को योजना बनाकर कूट रचित दस्तावेज तैयार कर अवैध रूप से क्रय विक्रय करने तथा नामांतरण करने के अपराधिक कृत्य में उपरोक्त धाराओं में अपराध पंजीबद्ध किया जाता है। तहसीलदार भानपुरा एवं प्रशासक द्वारा जांच में पाया गया कि दिनांक 2 जुलाई 2020 को नगर परिषद का गठन हो चुका था और मुख्य नगरपालिका अधिकारी के रूप में गिरीश शर्मा मुख्य नगरपालिका अधिकारी गरोठ को अतिरिक्त प्रभार दिनांक 20 नवंबर 2020 को दिया गया था इसके पश्चात भी ग्राम पंचायत में भैसौदा के पूर्व सचिव ईश्वर बोहरा द्वारा अधिकार क्षेत्र का उल्लंघन करते हुए तथा योजनाबद्ध तरीके से कूट रचित दस्तावेज तैयार कर उपरोक्त व्यक्तियों को प्रमाण पत्र जारी किया गया।
आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की गई है
इस मामले में फरियादी ओम प्रकाश यादव, वीरेंद्र यादव और राकेश यादव एवं मुकेश यादव द्वारा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व उपखंड गरोठ आरती वर्मा के कार्यालय में आवेदन दिया गया था कि उनके दादाजी स्वर्गीय गुरु दयाल सिंह यादव लगभग 90 वर्ष पूर्व भैसोदा मंडी में आकर निवास करते थे । कब से उनके नाम पर घूमने चली आ रही थी और 13 मई 2021 को जब उन्होंने रोड निर्माण होते हुए देखा तो एसडीएम वर्मा को आवेदन दिया। उसके बाद इस पर कार्यवाही की गई और कार्य को रुकवा दिया गया और जमीन को भैसोदा के हंसते सौंप दिया गया। लेकिन उस जमीन को हेराफेरी कर उसके कूट रचना रिकॉर्ड बना कर आरोपियों को स्वामित्व प्रमाण पत्र जारी कर दिए गए और उन्होंने उस जमीन को क्रय विक्रय करना शुरू कर दिया। इस मामले में आवेदन करता ओम प्रकाश यादव, वीरेंद्र यादव, राकेश यादव एवं मुकेश यादव ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तारी करने की मांग की है।