मंदसौर के नारायणगढ़ विधानसभा क्षेत्र की तीनों नगर परिषद पिपलिया मंडी नारायणगढ़ और मल्हारगढ़ में पेयजल समस्या खड़ी हो गई है। इसके समाधान के लिए चंबल नदी से पानी लाने की मांग तेज हो रही है। इस मांग को लेकर और जनता की समस्या को सुलझाने के लिए कांग्रेसी नेताओं ने हस्ताक्षर अभियान चलाया है। बारिश के मौसम में भी गर्मी का माहौल दिख रहा है और इसी गर्मी में पेयजल की समस्या से जूझ रहे तीनों नगरों में पानी की समस्या का समाधान के लिए कांग्रेस नेताओं ने गांधी चौराहे पर चंबल का पानी लाने की मांग की और इसके लिए हस्ताक्षर अभियान भी चलाया।
जनता ने भी किया कांग्रेस कार्यकर्ताओं का समर्थन
लोगों को पेयजल के लिए काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है इसलिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा रखे गए हस्ताक्षर अभियान में लोगों ने भी भाग लिया और अपने हस्ताक्षर करके इस योजना को लाने के लिए अपना पूरा समर्थन दिया। समिति अध्यक्ष अनिल शर्मा ने बताया कि लंबे समय से बारिश नहीं होने और अल्प वर्षा के चलते नगरीय क्षेत्र सहित ग्रामीण अंचल में भी पेयजल की स्थिति दयनीय है। 20,000 से अधिक आबादी वाले नगर पिपलिया मंडी 5 दिन छोड़कर पानी दिया जा रहा है और वह भी सिर्फ 35 से 40 मिनट तक ही दिया जाता है। वही नारायणगढ़ और मल्हारगढ़ में भी 2 दिन छोड़कर पानी दिया जा रहा है।
प्रशासन लाखों रुपए खर्च करता है लेकिन समस्या नहीं सुलझती है
प्रशासन पेयजल की समस्या दूर करने के लिए लाखों रुपए बर्बाद कर देता है लेकिन समस्या दूर नहीं होती है।ऐसे में पेयजल के स्थाई समाधान के लिए नारायणगढ़ से 23 किलोमीटर दूर चंबल नदी के किनारे बसे एक छोटे गांव आतरी माता जी के वहां से तीनों नौकरों को पानी उपलब्ध कराया जा सकता है। इस समस्या का समाधान करने के लिए चंबल में पर्याप्त पानी उपस्थित है। काका गाडगिल सागर बांध के साथ ही अन्य सभी जल स्त्रोत सूखे पड़े हैं। चंबल से पानी आने के बाद लोगों को राहत मिलेगी और फसल का रकबा भी बढ़ेगा। समिति संरक्षक अजीत कुमठ ने कहा कि ने कहा कि जितना जल्दी हो सके योजना को मूर्त रूप में लाना चाहिए। इस योजना को चलाने के लिए अगर आंदोलन भी करना पड़ेगा तो कांग्रेस पीछे नहीं हटेगी।