खबर नीमच जिले के गांव की है जहां से गांधी सागर का पानी कुछ ही दूर स्थित है लेकिन फिर भी महिलाओं को दूर-दूर से पैदल चलकर सिर पर पानी लाना पड़ रहा है। रामपुरा से कुछ दूरी पर स्थित गांव कुकड़ेश्वर में भारी जल संकट आ रहा है इसके कारण महिलाओं को दूर-दूर से पैदल चलकर पानी लाना पड़ रहा है। नगर के महाराणा प्रताप मोहल्ला गाड़ी लोहार बस्ती में इन दिनों जल संकट के हालात बने हुए हैं। इस कारण महिलाओं को पानी के लिए दूर-दूर तक भटकना पड़ रहा है। नगर की इस बस्ती में 40 से अधिक परिवार निवास करते हैं, लेकिन नगर परिषद द्वारा बस्ती में अभी तक पाइप लाइन नहीं डाली गई है।
पिछले वर्ष की बारिश रही जल संकट का कारण
उल्लेखनीय है कि जिले में पिछले वर्ष अल्प वर्षा हुई थी जिससे नगर सहित जिले के जलाशयों में पानी की मात्रा बिल्कुल ना के बराबर रही है। इससे समय से पहले ही नगर में जल संकट के हालात बन गए हैं। नगर के अधिकांश जल स्त्रोतों ने दम तोड़ दिया है। वही नगर की गाड़ी लोहार बस्ती में जल स्त्रोत के नाम पर एक हैंडपंप लगा हुआ है लेकिन वहां भी अभी खराब पड़ा है। इससे बस्ती की महिलाओं को पाने के लिए दूर-दूर तक भटकना पड़ रहा है। दिन में काफी समय सिर्फ पानी लाने में बर्बाद हो जाता है। इसके अलावा नगर परिषद की ओर से बस्ती में एक पानी की टंकी भी रखी गई है लेकिन 4 महीने हो गए हैं इस टंकी में बिल्कुल भी पानी नहीं भरा है।
प्रशासन नहीं दे रहा है जल संकट पर ध्यान
बस्ती वाले लोगों ने आरोप लगाया है कि नगर पालिका द्वारा इनकी जल समस्या पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बस्ती में प्राइवेट टैंकरों द्वारा पानी डाला जा रहा है। वहीं बस्ती की महिलाओं को पानी के लिए दूर दूर भटकना पड़ रहा है। नगर परिषद सीएमओ केएल सूर्यवंशी ने बताया कि आपके माध्यम से जल समस्या के बारे में पता चला है। जल्द ही मस्ती की समस्या को दूर किया जाएगा। गांव के लोग भी बारिश के लिए विभिन्न तरीके अपना रहे हैं क्योंकि बहुत दिनों से बारिश ने समय निकाल लिया है। मंदिर में पूजा अर्चना की जा रही है और कई गांव में उज्जैनी मनाई जा रही है। नगर वासियों ने बारिश के लिए शनिवार को घास बावजी की पूजा करके गांव में भ्रमण करवाया। घास बावजी को रस्सी से बांधकर ट्रैक्टर द्वारा पूरे गांव में जुलूस निकाला गया और लोगों ने जय कारे भी लगाए और अच्छी बारिश की कामना की। जुलूस में महिलाएं भी शामिल थी।