जिले में टीकाकरण को लेकर फिर से अपार उत्साह देखने को मिल रहा है। किसी सेंटर पर रात को तो किसी सेंटर पर सुबह होने से पहले ही लोग टीकाकरण के लिए केंद्र पर जाकर लाइनों में खड़े हो रहे हैं। लेकिन टीके कम होने के कारण बड़ी संख्या में लोगों को निराश होकर जाना पड़ रहा है। महा अभियान से जुलाई में हुए टीकाकरण की तुलना की जाए तो बहुत कम टीके जिले को मिल रहे हैं। ऐसे में कई व्यवस्था बिगड़ रही है तो कहीं कतार में लगने को लेकर लोगों में विवाद हो रहा है। जिले में अब तक 26 फ़ीसदी से अधिक टीकाकरण हो चुका है।
संजय गांधी उद्यान में पहुंचे डेढ़ हजार से अधिक लोग
जिले में जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। गुरुवार को भी 50 सेटर पर टीकाकरण किया गया है। इन सेंटरों पर 10000 पहला डोज और 800 सेकंड डोज का टीकाकरण करना था। जिला मुख्यालय के संजय गांधी उद्यान टीकाकरण केंद्र पर 400 टीके लगने थे लेकिन वहां पर करीब डेढ़ हजार से अधिक लोग टीकाकरण के लिए पहुंच गए। यहां पर सबसे अधिक भीड़ देखी गई। वैक्सीनेशन के चलते बुधवार शाम से ही धुंधडका नगरी सहित जिले के अन्य सेंटरों पर ग्रामीण पहुंच गए और रात भर सेंटर के बाहर जमा रहे और सुबह होते ही कतारों में खड़े हो गए। शाम से लेकर रात भर के बाद सुबह टोकन मिले।
महा अभियान से कम आ रहे हैं टीके
जिले में 21 जून से महा अभियान शुरू हुआ था। जिसमें 30 जून तक 80142 टीके लगाए गए यानि प्रतिदिन 8142 टीके लगाए गए। वहीं 1 जुलाई से लेकर 8 जुलाई तक 58983 टीके लगाए गए यानि प्रतिदिन 7372 टीके लगाए गए।जो कि महा अभियान से कम है। अधिकारियों के द्वारा बताया गया था कि जुलाई माह में टीके अधिक आएंगे लेकिन महा अभियान से टीको की संख्या कम है। इसीलिए लोगों को सेंटरों पर से उदास होकर घर लौटना पड़ रहा है।कई स्थानों पर तो लोग रात को ही लाइन में लग रहे हैं और सुबह आने वाले लोगों को टीके के लिए टोकन नही मिल रहे हैं और लोगों को उदास होकर घर लौटना पड़ रहा है।