मंदसौर जिले में 5 माह बाद अब जाकर कोरोना से छुट्टी मिली है। 5 महीनों बाद जिले में पहली बार एक भी कोरोना मरीज नही पाया गया है। फिलहाल जिले में एक भी एक्टिव केस नहीं है। गुरुवार को 307 जांच सैंपल की रिपोर्ट आई जिसमें से एक भी नया संक्रमित सामने नहीं आया है। वहीं 93 सेंटरों पर वैक्सीनेशन का काम किया गया है। हालांकि टीकाकरण अवस्थाओं में हुआ। भानपुरा सहित कई जगह ओटीपी के कारण आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ा तो किसी जगह 200 डोज लगाना थे। तो वहां पर करीब 700 लोग टीका लगवाने के लिए पहुंच गए। ऐसे में आम लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ा।
ओटीपी सिस्टम से आई लोगों को परेशानी
टीके लगवाने के पहले गुरुवार को जिला मुख्यालय से वैक्सीन लगवाने वालों द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर पर ओटीपी आने की पद्धति का पहली बार प्रचलन प्रारंभ हुआ है। इस सिस्टम के कारण कई लोगों को परेशा दल दंवंवंऋव्वनी का सामना करना पड़ा क्योंकि कुछ लोग अपने साथ मोबाइल नहीं लाए थे और कुछ क्यों मोबाइल में नेटवर्क नहीं आ रहा था और बहुत सारे लोग ऐसे थे जो पढ़े-लिखे नहीं थे और इस सिस्टम से वाकिफ नहीं थे इसलिए उनको भी परेशान होना पड़ा। एक या दो सेंटर पर नहीं बल्कि कई सेंटर पर देखने को मिला।
पहली बार जिले में एक भी एक्टिव केस नहीं है
एक्टर मनोज पुष्प ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना काल में पहली बार जिले में एक भी एक्टिव केस नहीं है। अब तक जिले में 3 लाख 5 हजार 103 डोज लग चुके हैं। तीसरी लहर की संभावनाओं को देखते हुए जिले में जिला अस्पताल में आईसीयू वार्ड और नगरीय क्षेत्रों में ऑक्सीजन प्लांट अन्य तैयारियां चल रही है, हालांकि जिले में टीकाकरण करने में थोड़ी समस्या आ रही है कई लोगों को टीकाकरण सेंटरों से वापस आना पड़ रहा है। टीकाकरण सेंटरों पर लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन 100% टीकाकरण करने की कोशिश कर रहा है लेकिन टिको की कमी होने के कारण लोग घबरा रहे हैं और अव्यवस्था फैला रहे हैं।